अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को मंदिर के पुजारी हिमांशु शर्मा ने अभयारण्य के भीतर स्थित इस ऐतिहासिक त्रिनेत्र गणेश मंदिर में भजन-कीर्तन के लिए मित्रों और रिश्तेदारों को आमंत्रित किया था। रणथंभौर टाइगर रिजर्व के मुख्य वन संरक्षक एवं ‘फील्ड डायरेक्टर’ अनूप के.आर. ने कहा, ‘‘श्रद्धालुओं को शाम पांच बजे तक मंदिर में आने की अनुमति है और उन्हें शाम सात बजे तक वापस लौटना होता है।’’ अधिकारी ने बताया कि जांच में पाया गया कि पुजारी के बेटे का जन्मदिन मनाने के लिए भक्ति संध्या कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था। अनूप के अनुसार यह नियमों का गंभीर उल्लंघन है। उन्होंने कहा, "शाम के समय बाघ और अन्य जानवर इलाके में घूमते हैं। स्वीकृत समय के बाद वहां मानवीय उपस्थिति पारिस्थितिकी तंत्र को प्रभावित कर सकती है।"
प्रत्येक वाहन मालिक पर 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया
वन विभाग ने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की धारा 27 और 51 के तहत शर्मा समेत दस लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। अधिकारी ने बताया कि भजन संध्या के लिए इस्तेमाल किए गए सभी बारह वाहनों को जब्त कर लिया गया और प्रत्येक वाहन मालिक पर 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया।
अनूप ने कहा, "मामले की जांच चल रही है और वन्यजीव अधिनियम के अनुसार उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।" राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने शनिवार को ही केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखकर अभयारण्य में अवैध रूप से जन्मदिन पार्टी आयोजित करने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।