हार्दिक पांड्या: भारतीय क्रिकेट टीम इस वर्ष आईपीएल के बाद इंग्लैंड का टेस्ट दौरा करेगी। इस दौरे पर भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का आयोजन होगा। यह सीरीज टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने से चूक गए थे। अब उनकी कोशिश है कि वे अगले चक्र में फाइनल में पहुंचें और ट्रॉफी भी जीतें। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए हार्दिक पांड्या की टीम में वापसी हो सकती है।
हालांकि, हार्दिक ने पिछले 7 वर्षों से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है, लेकिन टीम की आवश्यकता को देखते हुए वह इस सीरीज में वापसी कर सकते हैं। उनकी उपस्थिति से टीम को संतुलन मिलेगा। हार्दिक दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के खिलाफ प्रभावी साबित हो सकते हैं।
उन्हें प्लेइंग इलेवन में नितीश रेड्डी की जगह शामिल किया जा सकता है। नितीश ने ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में प्रदर्शन किया था, लेकिन उनकी गेंदबाजी में कमी के कारण टीम को एक गेंदबाज की आवश्यकता महसूस हो रही थी। हार्दिक ने चोट के कारण टेस्ट क्रिकेट से दूरी बना रखी थी, और उन्होंने 2018 में आखिरी बार टेस्ट खेला था।
हार्दिक पांड्या को टीम में शामिल करने का निर्णय इस कमी को पूरा करने के लिए लिया जा सकता है। उन्होंने पहले इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेली है और वहां अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है। उनके नाम इंग्लैंड में एक फाइफर भी है। उनकी वापसी से टीम को एक अतिरिक्त बल्लेबाज और गेंदबाज की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
अगर हम हार्दिक पांड्या के टेस्ट करियर पर नजर डालें, तो उनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। उन्होंने अब तक 11 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 18 पारियों में 31.29 की औसत से 532 रन बनाए हैं। गेंदबाजी में, उन्होंने 31.05 की औसत से 17 विकेट लिए हैं।