पानी का सेवन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है, यह सभी जानते हैं। विभिन्न बीमारियों से बचने के लिए हमें पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह दी जाती है। एक स्वस्थ व्यक्ति को प्रतिदिन कम से कम दो लीटर पानी पीना चाहिए, और गर्मियों में यह मात्रा और बढ़ जाती है। कुछ लोग सुझाव देते हैं कि हर आधे घंटे में थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहना चाहिए, जबकि अन्य कहते हैं कि बिना प्यास लगे भी पानी पीना चाहिए। लेकिन इन सलाहों के पीछे क्या तर्क है? क्या वास्तव में बिना प्यास लगे भी पानी पीना चाहिए, या अधिक पानी पीने के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं? आइए इस विषय पर विस्तार से चर्चा करते हैं।
एक अध्ययन के अनुसार, हमारे शरीर का लगभग दो तिहाई हिस्सा पानी है। पानी पीने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी पूरी होती है और यह शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है।
शरीर के अंदर कई रासायनिक प्रतिक्रियाएं बिना पानी के संभव नहीं हैं। इसलिए, किसी व्यक्ति के लिए सही मात्रा में पानी का होना बहुत जरूरी है। अब सवाल यह है कि सही मात्रा क्या है? आइए जानते हैं।
1945 में अमेरिका के फूड एंड न्यूट्रिशन बोर्ड ने एक अध्ययन के आधार पर बताया कि वयस्कों को हर कैलोरी के लिए एक मिलीलीटर पानी पीना चाहिए। इसका मतलब है कि यदि आप 3000 कैलोरी का सेवन कर रहे हैं, तो आपको तीन लीटर पानी पीना चाहिए। यदि आप 3500 कैलोरी का सेवन कर रहे हैं, तो आपको इससे अधिक पानी की आवश्यकता होगी। ध्यान दें कि इसमें केवल साधा पानी ही नहीं, बल्कि फलों, सब्जियों और अन्य पेय पदार्थों से मिलने वाला पानी भी शामिल है।
कितनी सही है अधिक से अधिक पानी पीने की सलाह?
जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, कई लोग बिना प्यास लगे भी पानी पीने की सलाह देते हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी व्यक्ति को उतना ही पानी पीना चाहिए जितना उसका शरीर मांगता है।