नई दिल्ली। तहव्वुर राणा को आखिरकार भारत लाने में सफलता मिल ही गई। दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर तहव्वुर राणा को अमेरिका से लाने वाले विशेष विमान की शाम 6 बजकर 22 मिनट पर लैंडिंग हुई। लैंडिंग के बाद तहव्वुर राणा को एनआईए ने यूएपीए के तहत गिरफ्तार कर लिया। इसी के साथ 26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड राणा के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया पूरी हो गई। यहां से राणा को एनआईए अदालत में पेश किया जाएगा जहां उसकी रिमांड मांगी जाएगी। इससे पहले उसका मेडिकल कराया जाएगा। इसके बाद दिल्ली की तिहाड़ जेल में बनाए गए रिमांड रूम में तहव्वुर राणा को रखा जाएगा। वहीं उससे पूछताछ होगी।
एनआईए के स्पेशल जज चंद्रजीत सिंह की कोर्ट में तहव्वुर राणा की पेशी होगी। तहव्वुर की पैरवी वकील पीयूष सचदेवा करेंगे। तिहाड़ जेल में भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पालम एयरपोर्ट से एनआईए विशेष अदालत और तिहाड़ जेल तक राणा को ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है। पूरे रास्ते में आम आवाजाही को रोक दिया गया है और जगह-जगह पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। माना जा रहा है कि रिमांड मिलने के बाद एनआईए की टीम आज रात ही तहव्वुर राणा से पूछताछ शुरू कर देगी। उधर, तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को लेकर कांग्रेस अपनी पीठ थपथपा रही है। वहीं बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार किया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण का श्रेय कांग्रेस नीत यूपीए सरकार को दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज पूर्व की यूपीए सरकार की मेहनत रंग लाई है। चिदंबरम बोले, राणा के प्रत्यर्पण में मोदी सरकार का कोई योगदान नहीं है, इसके लिए तो यूपीए सरकार ने अमेरिका के साथ बातचीत शुरू की थी और यह हमारी सरकार की रणनीतिक कूटनीति का नजीता है। दूसरी तरफ बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि जब 26/11 हमला हुआ था तब आतंकियों पर कार्रवाई करने की जगह कांग्रेस अपने वोट बैंक की चिंता करते हुए आतंकियों के लिए नरम रुख अपना रही थी। इतना ही नहीं पाकिस्तान को बेनकाब करने के बजाए कांग्रेस ने उल्टा भारतीय एजेंसियों पर दोष मढ़ दिया।
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