कुदरत ने हमें ऐसे कई उपहार दिए हैं जो ना सिर्फ बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं, बल्कि शरीर को भीतर से हील भी करते हैं। ऐसी ही एक खास औषधि है पिप्पली (Pipli)। यह दिखने में थोड़ी-सी लौंग जैसी होती है, लेकिन इसके गुण चौंका देने वाले हैं।
पिप्पली में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और गर्म तासीर जैसे अद्भुत गुण होते हैं। ये शरीर में गर्मी पैदा कर, कई तरह के संक्रमण और सर्दी-जुकाम से हमारी रक्षा करता है।
🤧 खांसी से राहत दिलाने वाली जड़ी-बूटी: पिप्पली के फायदे
पिप्पली खासतौर पर उन बीमारियों में लाभ देती है, जो कफ (बलगम) के कारण होती हैं, जैसे:
अस्थमा (दमा)
ब्रोंकाइटिस
सामान्य खांसी-जुकाम
सीने में जकड़न
यह कफ को बाहर निकालती है, सांस की नलियों को साफ करती है और फेफड़ों की सेहत को सुधारती है।
🫁 पिप्पली का उपयोग कैसे करें?
🟤 सूखी खांसी के लिए:
रात में सोने से पहले थोड़ी पिप्पली पीसकर शहद में मिलाएं।
इस मिश्रण को हल्के गर्म पानी के साथ लें।
4-5 दिन तक नियमित सेवन से खांसी में चमत्कारी राहत मिलती है।
💧 गीली खांसी के लिए:
एक कटोरी गुनगुने पानी में मिलाएं:
1/2 चम्मच पिप्पली पाउडर
1/2 चम्मच हल्दी
1/2 चम्मच सोंठ पाउडर
1 चम्मच शहद
इस काढ़े को दिन में एक बार पीएं, खासकर रात को सोने से पहले।
इससे जमा हुआ कफ पिघलता है और सीने की जकड़न कम होती है।
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