इस जिले के एक अपंजीकृत निजी अस्पताल में सर्जरी के बाद एक गर्भवती महिला की मौत हो गई, जिसके बाद पुलिस ने तीन डॉक्टरों के खिलाफ "लापरवाही" के आरोप में मामला दर्ज किया और प्रशासन ने अस्पताल को सील करने की संस्तुति की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संजय शर्मा ने शनिवार (12 अप्रैल, 2025) को पीटीआई को बताया कि कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के शाहपुर जोत में नंदिनी अस्पताल नामक अपंजीकृत चिकित्सा सुविधा संचालित की जा रही थी। सीएमओ ने कहा, "श्रावस्ती जिले के निवासी सूरज तिवारी ने सीएमओ कार्यालय को दी गई अपनी शिकायत में कहा है कि उन्होंने अपनी गर्भवती बहन मन्ना देवी को 29 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया था और उसकी सर्जरी हुई थी। हालांकि, डॉक्टरों की लापरवाही के कारण अगले दिन उसकी मौत हो गई।" प्लेअनम्यूट करें फुलस्क्रीन अस्पताल के संचालक डॉ. डी के विश्वकर्मा को नोटिस जारी किया गया है जबकि अस्पताल के डॉक्टरों को अस्पताल के रिकॉर्ड के साथ तलब किया गया है। स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर राज्य स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 3 अप्रैल को अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि सरकारी वाहन को अस्पताल पहुंचते देख संचालक ने दरवाजे बंद कर लिए और भाग गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मृतक के परिजनों की शिकायत पर 8 अप्रैल को डॉ. विश्वकर्मा, डॉ. आरके सिंह और डॉ. प्रीति शर्मा के खिलाफ बीएनएस धारा 106 (1) (लापरवाही से मौत का कारण बनना) के तहत मामला दर्ज किया गया था।