सपा नेता हरीश मिश्रा पर हमला, विवादित बयान के बाद मचा बवाल
Samachar Nama Hindi April 15, 2025 10:42 PM

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सपा नेता हरीश मिश्रा पर हमले के बाद शहर का माहौल गरमा गया। यह हमला उनके विवादास्पद बयानों के कारण हुआ। हरीश मिश्रा ने मां करणी पर आपत्तिजनक बयान दिया था, जिससे नाराज युवकों ने सरेआम उनकी पिटाई कर दी। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और दोनों पक्षों को थाने ले जाकर जांच शुरू कर दी। इस घटना के बाद सपा कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।

मां करणी और राणा सांगा पर दिया विवादित बयान
वाराणसी में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता हरीश मिश्रा को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। मां करणी और राणा सांगा पर हरीश मिश्रा के विवादित बयान से अब बवाल मच गया है। इस बयान के बाद उनकी दो युवकों से बहस और हाथापाई हो गई, जिससे मामला बढ़ गया। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर हरीश मिश्रा समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इस पूरी घटना ने न सिर्फ राजनीतिक हलचल मचा दी है बल्कि कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

विवादित बयान के बाद सड़क पर झड़प और मारपीट
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता हरीश मिश्रा के विवादित बयान के बाद मामला गंभीर हो गया है। हरीश मिश्रा ने मां करणी और राणा सांगा पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिससे दो युवक नाराज हो गए और काशी विद्यापीठ रोड पर उनसे बात करने की कोशिश की। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच कहासुनी के बाद झड़प हो गई। आरोप है कि हरीश मिश्रा और उनके समर्थकों ने युवक को पकड़ कर मारपीट की, वहीं युवक ने उन पर चाकू से हमला करने की भी बात कही है। मौके पर पहुंची पुलिस सभी को पूछताछ के लिए सिगरा थाने ले गई। इधर, सपा कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।

दोनों पक्षों की ओर से मामला दर्ज, हरीश मिश्रा गिरफ्तार
पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर लिया है। हरीश मिश्रा की ओर से 9 लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास और मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया गया, जबकि अविनाश मिश्रा की शिकायत पर हरीश मिश्रा समेत 20 लोगों के खिलाफ मारपीट और बलवा का केस दर्ज किया गया। पुलिस ने हरीश मिश्रा, अविनाश मिश्रा और एक अन्य युवक स्वास्तिक उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया. जांच के दौरान पता चला कि युवक किसी राजनीतिक संगठन या करणी सेना से जुड़े नहीं थे। पुलिस का कहना है कि यह निजी विवाद का मामला है, लेकिन इसे जानबूझकर राजनीतिक रंग दिया जा रहा है।

सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया तो पुलिस ने नियंत्रण कड़ा कर दिया।
इस घटना के बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने थाने पर हंगामा किया। सपा जिला अध्यक्ष सुजीत यादव भी थाने पहुंचे और पुलिस कार्रवाई पर नाराजगी जताई। मजदूरों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने हरीश मिश्रा, शमीम नोमानी, दिनेश कुमार और रविंद्र कुमार तथा 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और थाने का घेराव करने का मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि कानून-व्यवस्था को बाधित करने का प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

सपा और करणी सेना की प्रतिक्रिया
इस पूरे मामले को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी पार्टी कार्यकर्ता पर हमला उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति को उजागर करता है। दूसरी ओर, करणी सेना ने स्पष्ट किया है कि इस झगड़े का उनके संगठन से कोई लेना-देना नहीं है। करणी सेना के जिला अध्यक्ष आलोक सिंह ने बताया कि जिन युवकों के साथ मारपीट हुई, वे ब्राह्मण समुदाय से हैं, जबकि करणी सेना में केवल क्षत्रिय समुदाय के लोग हैं। इसलिए यह विवाद पूरी तरह से व्यक्तिगत है, लेकिन इसे जानबूझकर राजनीतिक मुद्दा बनाया जा रहा है। अदालत ने हरीश मिश्रा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और आगे की सुनवाई के लिए जेल भेज दिया है।

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