स्कूलों में शुरू होने वाले नए सत्र में इस बार रजिस्टर में हाजिरी नहीं ली जाएगी। शिक्षा निदेशालय ने इस बार ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था लागू की है। शिक्षा निदेशालय के निदेशक सीताराम जाट ने आदेश जारी किए हैं कि इस बार प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन हाजिरी लेनी होगी। इसके लिए निदेशालय की ओर से एक एप तैयार किया गया है। इस एप में सभी क्लास टीचर को अपनी आईडी बनानी होगी। अपनी आईडी से लॉग इन करने के बाद क्लास टीचर को एप में ही हाजिरी लेनी होगी। एप में सभी विद्यार्थियों के नाम अंकित होंगे। प्रार्थना के समय अनुपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों को उनके नाम के सामने क्लिक बटन दबाकर सबमिट करना होगा।
पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा तो लागू किया
शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने बताया कि सबसे पहले निदेशालय की ओर से एप तैयार किया गया था। इसी साल फरवरी में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर प्रदेश के 134 विवेकानंद मॉडल स्कूल और पहले व दूसरे चरण में खुले महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में इस पर काम किया गया। यह प्रयोग सफल रहा। ऐसे में अब नए सत्र से सभी सरकारी स्कूलों में इसे लागू कर दिया गया है। एप में ली गई उपस्थिति विभाग के शाला दर्पण पोर्टल पर स्वतः अपलोड हो जाएगी। ब्लॉक, जिला और राज्य स्तरीय कार्यालयों में लॉग इन करने पर यह डाटा आसानी से उपलब्ध हो जाएगा।
शाला दर्पण पर उपस्थिति दर्ज कराना अनिवार्य नहीं
कक्षा शिक्षक द्वारा एप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करने के बाद उसे स्कूल पोर्टल पर अंकित करने की आवश्यकता नहीं होगी। एप के माध्यम से दर्ज की गई उपस्थिति स्वतः ही राज्य स्तरीय पोर्टल पर अपलोड हो जाएगी। सभी संस्था प्रधानों को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्कूल स्टाफ के मोबाइल फोन में यह एप डाउनलोड कर इंस्टॉल करवाएं। यह भी सुनिश्चित करना होगा कि सभी कक्षा शिक्षक एप के माध्यम से ही उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं।