क्रिकेट न्यूज डेस्क।। सवाल पंजाब किंग्स प्रबंधन के सामने भी है कि ग्लेन मैक्सवेल को उनकी असफलता के बावजूद हर बार क्यों खेलाया जा रहा है। और मंगलवार को कोलकाता नाइट राइडर्स (PBKS बनाम KKR) के खिलाफ चीजें बहुत आगे बढ़ गईं। पिछले मैचों में मैक्सवेल खराब स्ट्रोक खेलकर आउट हो रहे थे, लेकिन अब वह सुनील नरेन की गुगली को बिल्कुल भी समझ नहीं पा रहे थे। मैक्सवेल को लगा कि गेंद लेग स्पिन है और वे ड्राइव करने गए, लेकिन उछलने के बाद गेंद अंदर आई और स्टंप्स को तोड़ दिया। लेकिन इससे भी अधिक आश्चर्य उन्हें इस बात पर हुआ कि उनके बल्ले और पैड के बीच 'बड़ा अंतर' था। अगर सिद्धू यह देख रहे होते तो अपने चिरपरिचित अंदाज में कहते, 'इस गड्ढे से तो डीटीसी की बस भी गुजर सकती थी।'
कुल मिलाकर ग्लेन मैक्सवेल अब तक पंजाब किंग्स के लिए बड़ी निराशा साबित हुए हैं। मंगलवार के मैच से पहले मैक्सी ने पांच मैचों की 8.20 की औसत से केवल 41 रन ही बनाए थे। और छठी पारी में 7 रन बनाने के बाद तो यह औसत और भी खराब हो जाता। हालाँकि, इससे पंजाब के लाखों प्रशंसक नाराज जरूर हुए हैं।