नई दिल्ली, 16 अप्रैल . केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय के तहत आने वाले राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन (एनटीटीएम) ने विशेष अग्निशमन सूट विकसित की है. इन विशेष सूट का इस्तेमाल अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं, रक्षा बलों, तेल और गैस उद्योग, एयरोस्पेस और विमानन, बिजली संयंत्रों और थर्मल उद्योग आदि द्वारा किया जा सकेगा.
भारत में इस अग्निशमन सूट का निर्माण अभी शुरुआती दौर में है. वर्तमान में भारत में विशेष अग्निशमन सूट (जिसे अग्नि प्रवेश सूट भी कहा जाता है) ज्यादातर यूरोप, अमेरिका और चीन से आयात किए जा रहे हैं. एनटीटीएम परियोजना को उत्तरी भारत वस्त्र अनुसंधान संघ (एनआईटीआरए) द्वारा अपने औद्योगिक साझेदार मेसर्स सिस्टम 5एस प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से पूरा किया जा रहा है.
वस्त्र मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में बताया कि
भारत में मौजूदा समय में सालाना लगभग 1000 सेट की आवश्यकता होगी. ईएन 1486 (एक यूरोपीय मानक जो अग्निशामकों के लिए सुरक्षात्मक कपड़ों की आवश्यकताओं और परीक्षण विधियों को निर्दिष्ट करता है) के अनुसार विशेष अग्निशामकों के लिए सुरक्षात्मक कपड़ों को सिर, हाथ और पैरों सहित पूरे शरीर को विकिरणित गर्मी और लौ के प्रभाव से बचाना चाहिए. इस सुरक्षात्मक गियर में एक परिधान, एक हुड (एकीकृत या अलग), दस्ताने और ओवरबूट शामिल हैं.
मेसर्स सिस्टम 5एस प्रा.लि. ने स्वदेशी विशेष अग्निशमन सूट विकसित किया है, जिसे ईएन 1486 या आईएसओ 15538 मानकों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. सूट को एल्युमिनाइज्ड कोटेड ग्लास फैब्रिक, ओपीएएन (ऑक्सीडाइज्ड पॉलीएक्रिलोनिट्राइल) नॉनवुवन बैटिंग और एफआर (फ्लेम रेसिस्टेंट) विस्कोस फैब्रिक का उपयोग करके विकसित किया गया है. औद्योगिक साझेदार ने पहले ही परीक्षण के उद्देश्य से इन सूटों का निर्माण शुरू कर दिया है.
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/ विजयालक्ष्मी