Pica Disorder In Hindi: अक्सर हमने लोगों को मिट्टी, स्लेट या फिर कागज जैसी अजीब चीजें खाते हुए सुना होगा. यह एक तरह की बीमारी है जिसे पिका (Pica) कहते हैं. पर क्या आप जानते हैं कि कुछ लोगों को कच्चे चावल खाने की भी आदत होती है? सुनने में यह भले ही आम लगे, लेकिन लगातार कच्चे चावल खाना भी पिका का एक लक्षण हो सकता है और यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है.
कच्चे चावल खाने की इच्छा के पीछे कई कारण हो सकते हैं। कुछ लोगों को इसकी बनावट या स्वाद पसंद आता है. वहीं, कुछ मामलों में यह शरीर में कुछ पोषक तत्वों की कमी का संकेत हो सकता है, जैसे कि आयरन या जिंक. गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में भी इस तरह की अजीब चीजें खाने की इच्छा देखी जा सकती है. मनोवैज्ञानिक कारण जैसे तनाव या चिंता भी इस आदत को बढ़ावा दे सकते हैं.
कच्चे चावल पचाने में मुश्किल होते हैं. इनमें आर्सेनिक जैसे हानिकारक तत्व भी हो सकते हैं, जो लंबे समय तक खाने पर शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसके अलावा, कच्चे चावल खाने से पेट दर्द, गैस, और कब्ज जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं. दांतों पर भी इसका बुरा असर पड़ सकता है.
पिका एक ईटिंग डिसऑर्डर है जिसमें व्यक्ति ऐसी चीजें खाने की इच्छा रखता है जिनमें कोई पोषक तत्व नहीं होता. यह आदत बच्चों और गर्भवती महिलाओं में अधिक देखी जाती है, लेकिन यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है. मिट्टी, बर्फ, पेंट, बाल और कच्चे चावल जैसी चीजें पिका के शिकार लोगों को आकर्षित कर सकती हैं.
अगर आपको लगातार कच्चे चावल खाने की आदत है, तो आपको इसे गंभीरता से लेना चाहिए. सबसे पहले, एक डॉक्टर से सलाह लें. डॉक्टर आपकी जांच करके यह पता लगा सकते हैं कि कहीं आपके शरीर में किसी पोषक तत्व की कमी तो नहीं है. वे आपको इस आदत से छुटकारा पाने के लिए सही मार्गदर्शन भी दे सकते हैं. कुछ मामलों में, मनोवैज्ञानिक परामर्श की भी आवश्यकता हो सकती है.
कच्चे चावल खाना भले ही आपको क्षणिक संतुष्टि दे, लेकिन यह आपके स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है. इसलिए, इस आदत को पहचानें और सही समय पर उचित कदम उठाएं. स्वस्थ रहें और सुरक्षित रहें!
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. इसे केवल सुझाव के तौर पर लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें. (Photo Credit- Pinterest)