
Gen Z यानी आप लोग - जो मोबाइल, इंटरनेट और डिजिटल दुनिया में बड़े हुए हो. आप लोग तो जानते ही हो, दुनिया अब पूरी तरह डिजिटल हो गई है. मोबाइल में हर चीज बस एक टच दूर है – चाहे वो शॉपिंग हो, डिनर का ऑर्डर हो या इंस्टेंट लोन! ये सब जीवन को बहुत आसान बनाते हैं, लेकिन अगर पैसे के मैनेजमेंट में थोड़ा सा भी लापरवाही कर दी, तो बाद में ये सिरदर्द बढ़ा सकते हैं. अब ये जो डिजिटल ताकत आपके हाथ में है, उसे सिर्फ टाइम पास या पैसा खर्च करने में मत खोइए. चलिए, कुछ स्मार्ट टिप्स जानते हैं, जिनसे आप पैसे के असली सुपरहीरो बन सकते हैं! दिखावा नहीं, असली दौलत बनाओइंस्टाग्राम पर बड़ी-बड़ी गाड़ियां, ब्रांडेड कपड़े और फैंसी ट्रिप्स देखकर खुद भी वैसा करने का मन करता है, है ना? लेकिन जरा रुकिए! लाइफ स्टोरी में दिखावा कम और समझदारी ज्यादा जरूरी है. रियल वेल्थ का मतलब है – सेविंग, इन्वेस्टमेंट और फ्यूचर सिक्योरिटी. लाइक्स से पेट नहीं भरता, सेविंग से भरता है. खर्च सोच-समझकर करें'बाय नाउ पे लेटर' जैसे ऑप्शन्स आजकल बहुत कूल लगते हैं, लेकिन हर कूल चीज समझदारी वाली नहीं होती. जरूरत और चाहत में फर्क समझना चाहिए. हर महीने का बजट बनाइए, खर्च को ट्रैक करिए और फालतू की चीजों पर पैसे उड़ाने से बचिए. खर्च का भी स्मार्ट तरीका होता है. टेंशन फ्री लाइफ के लिए इमरजेंसी फंड जरूरीकोई भी दिन ऐसा आ सकता है जब जरूरत अचानक दरवाजा खटखटाए, जैसे- नौकरी छूट जाए, घर जाना पड़े, मेडिकल इमरजेंसी हो जाए. ऐसे टाइम के लिए एक फंड जरूर बनाना चाहिए जिसमें कम से कम 3 से 6 महीने का खर्च हो और वो पैसा तुरंत काम में आ सके. यंग ऐज में भी इंश्योरेंस लेना फायदे का सौदाज्यादातर लोग इंश्योरेंस को बड़े उम्र वालों की चीज समझते हैं, लेकिन यंग ऐज में इंश्योरेंस लेना भी फायदे का सौदा है. कम उम्र में प्रीमियम सस्ता होता है. हेल्थ हो या लाइफ – इंश्योरेंस अपने हिसाब से ले लेना चाहिए ताकि मुसीबत आए तो आप तैयार रहो. क्रेडिट कार्ड: दोस्त भी, दुश्मन भीक्रेडिट कार्ड एक काम की चीज है - सही इस्तेमाल करो तो क्रेडिट स्कोर बनता है, लेकिन लापरवाही की तो उधार का बोझ बढ़ता जाता है. ध्यान रखें – बिल हमेशा टाइम पर भरिए, पूरा पेमेंट करिए और जरूरत से ज्यादा खर्च से बचिए. पैसे की दुनिया में स्मार्ट बनने के लिए पढ़ना, सीखना और समझना जरूरीपैसे की दुनिया में स्मार्ट बनने के लिए पढ़ना, सीखना, समझना जरूरी है. इसके लिए फाइनेंस से जुड़ी किताबें, ब्लॉग्स और उससे जुड़ी न्यूज पढ़ सकते हैं. फाइनेंस से जुड़े अच्छे यूट्यूब वीडियो देख सकते हैं और पॉडकास्ट सुन सकते हैं.