आइए जानते हैं कौन-कौन सी योजनाएं अब भी टैक्स फ्री हैं और कौन-से सेक्शन में आती हैं।
ब्याज और मैच्योरिटी दोनों पूरी तरह टैक्स फ्री।
सरकार द्वारा गारंटी।
15 साल में ₹22 लाख तक टैक्स फ्री रिटर्न मिल सकता है।
बेटियों के नाम से बनाई जाती है।
ब्याज 8.2%, और मैच्योरिटी पूरी तरह टैक्स फ्री।
बालिका शिक्षा और विवाह के लिए सर्वश्रेष्ठ योजना।
5 साल सेवा के बाद निकासी पूरी तरह टैक्स फ्री।
₹2.5 लाख से अधिक योगदान पर ब्याज टैक्सेबल।
सैलरीड लोगों के लिए रिटायरमेंट प्लान का एक अहम हिस्सा।
प्रीमियम सम एश्योर्ड के 10% से कम हो, तो मैच्योरिटी टैक्स फ्री।
पॉलिसी 5+ साल पुरानी होनी चाहिए।
रिटायरमेंट पर 60% राशि टैक्स फ्री।
40% सालाना पेंशन टैक्सेबल।
नए टैक्स सिस्टम में डिडक्शन नहीं मिलेगी, लेकिन टैक्स छूट जारी है।
पूरी तरह टैक्स फ्री।
सभी टैक्स सिस्टम में लागू।
सरकारी कर्मचारी – पूरी ग्रेच्युटी टैक्स फ्री।
प्राइवेट कर्मचारी – ₹20 लाख तक टैक्स फ्री।
मूलधन टैक्स फ्री लेकिन ब्याज टैक्सेबल।
सुरक्षित रिटर्न देता है, लेकिन नए सिस्टम में टैक्स से छूट नहीं।
नया टैक्स सिस्टम भले ही डिडक्शन ना दे, लेकिन Section 10 के तहत मिलने वाली टैक्स फ्री इनकम अब भी लागू हैं। इन स्कीम्स का लाभ सिर्फ टैक्स बचाने के लिए नहीं, बल्कि लंबी अवधि की वित्तीय योजना के लिए उठाएं।
✅ सुझाव: टैक्स प्लानिंग और निवेश रणनीति का सही तालमेल बनाकर ही आप वेल्थ क्रिएट कर सकते हैं।