कई लोग गेंहू के आटे की बजाय मल्टीग्रेन आटे से बनी रोटी खाना पसंद करते हैं। मल्टीग्रेन आटे में गेंहू के साथ अन्य अनाजों के गुण भी शामिल होते हैं, जिससे इसकी पोषण क्षमता बढ़ जाती है। हालांकि, हर चीज के फायदे और नुकसान होते हैं, और मल्टीग्रेन आटे के भी कुछ नुकसान हैं। आइए, इनके बारे में जानते हैं।
पाचन में समस्या: मल्टीग्रेन आटा विभिन्न अनाजों और बीजों को मिलाकर बनाया जाता है। इनमें से कई अनाज और बीज ऐसे होते हैं जो पचाने में समय लेते हैं या ठीक से पच नहीं पाते। इसके परिणामस्वरूप पेट दर्द, गैस, और अपच जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
पोषक तत्वों का लाभ नहीं मिलना: मल्टीग्रेन आटे में कई अनाजों का मिश्रण होता है, जिससे यह आसानी से पच नहीं पाता। सही पाचन न होने के कारण शरीर को इसके पोषक तत्वों का लाभ नहीं मिल पाता।
सही मात्रा का ध्यान: मल्टीग्रेन आटे में विभिन्न अनाजों और बीजों की कैलोरी वैल्यू भिन्न होती है। यदि आप इसका अधिक सेवन करते हैं, तो आपके शरीर में कैलोरी की मात्रा बढ़ सकती है।
सही खाने का तरीका: हर अनाज को पचाने के लिए पेट का अलग तरीका होता है। सभी अनाजों को एक साथ खाने से पाचन में कठिनाई हो सकती है। बेहतर है कि विभिन्न अनाजों को अलग-अलग समय पर खाया जाए, जैसे कुछ नाश्ते में और कुछ स्नैक्स के रूप में।