हकीम ने पूछा कि आप (क्या) स्वीकार करते हैं, श्रीमान कि पाकिस्तान का इन आतंकवादी संगठनों को समर्थन, प्रशिक्षण देने और वित्त पोषण का लंबा इतिहास रहा है। आसिफ ने जवाब दिया कि ठीक है, हम लगभग तीन दशकों से अमेरिका और ब्रिटेन सहित पश्चिम के लिए यह गंदा काम कर रहे हैं। ALSO READ:
... तो हमारा ट्रैक रिकॉर्ड बेदाग होता : उन्होंने कहा कि वह एक गलती थी और हमने उसे भुगता है, और इसलिए आप मुझसे यह कह रहे हैं। अगर हम सोवियत संघ के खिलाफ युद्ध और बाद में 9/11 के बाद के युद्ध में शामिल नहीं हुए होते तो पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड (पिछला इतिहास)... एक बेदाग ट्रैक रिकॉर्ड होता। ALSO READ:
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में जो कुछ भी हो रहा है, उसके लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराना बड़ी शक्तियों के लिए बहुत सुविधाजनक है। जब हम 1980 के दशक में सोवियत संघ के खिलाफ उनकी तरफ से युद्ध लड़ रहे थे, तब आज के ये सभी आतंकवादी वॉशिंगटन में मौज-मस्ती कर रहे थे। ALSO READ:
हमारी सरकारों ने गलती की : आसिफ ने कहा कि और फिर 9/11 का हमला हुआ। फिर से वही स्थिति दोहराई गई। मुझे लगता है कि तब हमारी सरकारों ने गलती की थी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उस समय पाकिस्तान को ‘प्रॉक्सी (मुखौटे)’ के रूप में इस्तेमाल किया गया था। मंत्री से पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान पर दोष मढ़े जाने के बारे में और हमले की जिम्मेदारी लेने वाले द रेजिस्टेंस फ्रंट के प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े होने के बारे में पूछा गया था।
आसिफ ने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा अब पाकिस्तान में मौजूद नहीं है। यह विलुप्त हो चुका है। यदि मूल संगठन मौजूद नहीं है, तो यहां शाखा कैसे जन्म ले सकती है। यह पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तान को पहलगाम आतंकवादी हमले के परिणामस्वरूप तनाव बढ़ने का डर है, मंत्री ने कहा कि देश ‘उसी तरह’ जवाब देने के लिए तैयार है। ALSO READ:
...फिर यह पूरी तरह युद्ध होगा : उन्होंने वर्चुअल साक्षात्कार में कहा कि हम भारत की किसी भी पहल पर अपनी प्रतिक्रिया को उसी के अनुसार रखेंगे। यह एक सोचा-समझा जवाब होगा। अगर कोई चौतरफा हमला या ऐसा कुछ होता है, तो जाहिर है कि पूरी तरह युद्ध होगा। पहलगाम में मंगलवार दोपहर आतंकवादियों ने गोलीबारी की, जिसमें 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। 2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद घाटी में यह सबसे घातक हमला था। पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के छद्म संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। (भाषा/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala