वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेलवे किराए में फिर से मिल सकती है छूट
Gyanhigyan April 27, 2025 06:42 PM
रेल यात्रा का सस्ता विकल्प


रेल यात्रा आज भी सस्ती और सुविधाजनक मानी जाती है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह और भी किफायती होने जा रही है। रेलवे ने पहले से ही कई प्रकार की छूटें वरिष्ठ नागरिकों को प्रदान की हैं, और अब रेल किराए में भी एक बड़ी छूट की योजना बनाई जा रही है। इससे देशभर के कई वरिष्ठ नागरिकों के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है।


2020 से पहले की स्थिति-


लगभग 5 साल पहले, मार्च 2020 में, रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली किराए में छूट को समाप्त कर दिया था। इस छूट को फिर से शुरू करने की मांग उठाई जा रही है। रेलवे द्वारा 50 प्रतिशत की छूट फिर से वरिष्ठ नागरिकों को दी जा सकती है।


कोरोना के कारण बंद हुई छूट-


साल 2020 में कोरोना महामारी के दौरान, रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली किराए में छूट को बंद कर दिया था। इससे पहले, पुरुषों और महिलाओं को क्रमशः 50 और 40 प्रतिशत की छूट मिलती थी। एक संसदीय समिति ने इस सुविधा को फिर से शुरू करने की मांग की है।


सस्ती यात्रा का लाभ-


समिति का कहना है कि वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली किराए की छूट को फिर से लागू किया जाए, ताकि वे सस्ती यात्रा का लाभ उठा सकें। रेल मंत्रालय से इस सुविधा को पुनः शुरू करने का अनुरोध किया गया है। यदि रेलवे इस मांग को मान लेता है, तो स्लीपर क्लास और थर्ड एसी में वरिष्ठ नागरिकों को अच्छी खासी छूट मिलेगी।


रेल मंत्री का बयान-


यदि रेल मंत्रालय वरिष्ठ नागरिकों को किराए में दी जाने वाली छूट को बहाल करने की अपील को स्वीकार करता है, तो यह उनके लिए एक बड़ी राहत होगी। हालांकि, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 2022 में स्पष्ट किया था कि इस छूट को फिलहाल बहाल नहीं किया जा सकता, क्योंकि इससे रेलवे पर वित्तीय बोझ बढ़ेगा।


आयु के अनुसार छूट-


रेलवे द्वारा पुरुषों और महिलाओं को उनकी आयु के अनुसार अलग-अलग छूट दी जाती थी। 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के पुरुषों को 40 प्रतिशत की छूट मिलती थी, जबकि 58 वर्ष और उससे अधिक उम्र की महिलाओं को 50 प्रतिशत की छूट मिलती थी। यह छूट राजधानी जैसी ट्रेनों में भी उपलब्ध थी, लेकिन अब यह बंद हो चुकी है।


अन्य लाभार्थी-


रेलवे अधिकारियों के अनुसार, दिव्यांगों, छात्रों और कुछ मरीजों को भी किराए में छूट मिलती है। वरिष्ठ नागरिकों को पहले औसतन 53 प्रतिशत तक की छूट मिलती थी, जो मार्च 2020 में समाप्त कर दी गई थी।


© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.