ब्राजील के इपाटिंगा में एक चौंकाने वाली घटना में, 71 वर्षीय जोआओ पिमेंटा दा सिल्वा ने अपने रसोईघर के फर्श के नीचे छिपे खजाने की खोज में अपनी जान गंवा दी। वह एक 130 फीट गहरे गड्ढे में गिर गए, जिसे उन्होंने सोने की तलाश में खुदाई के दौरान खोदा था। जोआओ को विश्वास था कि उनके घर के नीचे एक बड़ा खजाना दबा हुआ है, और इसी जुनून ने उन्हें इस खतरनाक कार्य में लगा दिया।
एक साल से अधिक समय तक, जोआओ ने इस गड्ढे को खोदने में समय बिताया, यहां तक कि उन्होंने दूसरों को भी काम पर रखा। शुरुआत में, उन्होंने प्रतिदिन 70 ब्राज़ीलियाई रियास का भुगतान किया, लेकिन जैसे-जैसे गड्ढा गहरा होता गया, लागत भी बढ़ती गई। अंततः, उन्होंने गड्ढे में काम करने वाले लोगों को लगभग 495 ब्राज़ीलियाई रियास का भुगतान किया।
जोआओ ने एक बड़े पत्थर का सामना किया, जिसे हटाना कठिन था। कहा जाता है कि वह डायनामाइट खरीदने की योजना बना रहे थे ताकि वह उस पत्थर को तोड़ सकें। लेकिन इससे पहले कि वह ऐसा कर पाते, वह गड्ढे में गिर गए और उनकी मृत्यु हो गई।
जोआओ का दावा था कि उसे सपने में एक आत्मा ने बताया था कि उसके रसोईघर के नीचे सोना छिपा हुआ है। पड़ोसियों ने उसे चेतावनी दी, लेकिन वह अपने मिशन पर अडिग रहे। 5 जनवरी को उनकी दुखद मौत ने सभी को दुखी कर दिया, और यह घटना हमें यह सिखाती है कि बिना सोचे-समझे खतरनाक कार्यों में नहीं पड़ना चाहिए।