नई दिल्ली। अमेरिका के अलबामा में स्थित एक छोटे से शहर एल्कमोंट की जनसंख्या केवल 500 है। यह कहानी 2019 की है, जब 14 वर्षीय मेसन सिस्क अपने परिवार के साथ यहां निवास करता था। उसके पिता जॉन, जो 38 वर्ष के थे, एक कार डीलरशिप में तकनीशियन के रूप में काम करते थे, जबकि उसकी 35 वर्षीय सौतेली मां मैरी एक विशेष शिक्षा की शिक्षक थीं। मेसन के तीन सौतेले भाई-बहन भी थे।
मिरर यूके की रिपोर्ट के अनुसार, मेसन की जैविक मां का निधन हो चुका था और मैरी ने चार साल की उम्र से उसकी देखभाल की। वह अपने बच्चों के प्रति समान व्यवहार करती थीं। हालांकि, मेसन के व्यवहार में अचानक बदलाव आया और उसने स्कूल में तोड़फोड़ की।
2 सितंबर को, मेसन अपने परिवार के साथ फ्लोरिडा से लौटे। थकान के कारण, वे जल्दी सोने चले गए। रात करीब 11 बजे, मेसन ने इमरजेंसी नंबर पर फोन किया और कहा कि उनके घर पर गोलीबारी हुई है। जब पुलिस पहुंची, तो मेसन ने बताया कि वह बेसमेंट में वीडियो गेम खेल रहा था जब उसे गोलियों की आवाज सुनाई दी।
पुलिस ने जब घर के अंदर जांच की, तो उन्हें जॉन, मैरी और उनके तीन बच्चों की लाशें मिलीं। सभी को सिर में गोली मारी गई थी। चार साल का बच्चा और जॉन जीवित थे, लेकिन बाद में उनकी भी मौत हो गई। मैरी और उनके 6 महीने के बेटे तथा 6 साल की बेटी को मौके पर ही मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस को यह समझ में नहीं आया कि एक शांत शहर में ऐसा क्यों हुआ। मेसन को संदेह के घेरे में लाया गया, लेकिन उसने परिवार की हत्या में अपनी संलिप्तता से इनकार किया। हालांकि, बाद में उसने स्वीकार किया कि उसने गोली चलाई थी। उसने बताया कि उसने परिवार में झगड़ों से तंग आकर ऐसा किया।
मामले की सुनवाई 2022 में हुई, जिसमें मेसन को हत्या का दोषी ठहराया गया।