झुंझुनूं में नेवी कमांडर और भाइयों की खौफनाक साजिश की बलि चढ़ी भाभी, जानिए क्या है पूरा मामला ?
aapkarajasthan May 01, 2025 10:42 PM

झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ कस्बे के स्यालू खुर्द गांव में पुश्तैनी जमीन को लेकर चल रहा पारिवारिक विवाद सोमवार को हिंसक टकराव में बदल गया। विवाद ने उस समय गंभीर रूप ले लिया जब भारतीय नौसेना में कमांडर के पद पर तैनात महेंद्र सिंह भालोठिया ने अपने भाइयों के साथ मिलकर अपने ही भाई की पत्नी संतोष देवी पर हमला कर दिया। इस हमले में गंभीर रूप से घायल संतोष देवी की जयपुर में उपचार के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

पुश्तैनी जमीन के बंटवारे के बाद बढ़ा विवाद
गांव के चार भाइयों रघुवीर, दाताराम, निहाल सिंह और महेंद्र सिंह ने आपसी सहमति से पुश्तैनी जमीन का बंटवारा कर लिया था। हाल ही में निहाल सिंह ने अपने हिस्से की जमीन जाखोद ग्राम पंचायत निवासी सज्जन कुमार को बेच दी थी, जिससे बाकी भाइयों में नाराजगी थी। इस बिक्री से खास तौर पर नेवी कमांडर महेंद्र सिंह नाराज हो गए। सोमवार को जब खरीदार सज्जन कुमार गांव में आए तो महेंद्र सिंह, उनके भाई दाताराम, बेटे पवन और परिवार के अन्य सदस्यों ने उनसे विवाद शुरू कर दिया। मामला बिगड़ता देख सज्जन कुमार वहां से चले गए, लेकिन माहौल में पहले से मौजूद तनाव और पारिवारिक कलह हिंसा में बदल गई। आरोप है कि महेंद्र सिंह ने अपने साथियों के साथ निहाल सिंह के घर पर धावा बोल दिया और वहां मौजूद संतोष देवी के साथ मारपीट की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई।

नेवी कमांडर रिवॉल्वर लेकर भाई के घर पहुंचा
संतोष देवी के पति निहाल सिंह ने जयपुर में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि महेंद्र सिंह अपनी सर्विस रिवॉल्वर लेकर जानलेवा इरादे से उनके घर में घुसा था। आरोपियों ने लाठी, डंडों और धारदार हथियारों से हमला किया। इस हमले में संतोष देवी को गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उसे सूरजगढ़ अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे जयपुर रेफर कर दिया गया। वहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। संतोष की मौत की खबर मिलते ही पुलिस टीम जयपुर पहुंची और मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।

मारपीट की घटना सीसीटीवी में कैद
निहाल सिंह ने पुलिस को बताया कि उसने अपने घर में सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे, क्योंकि वह रोज-रोज के झगड़ों से तंग आ चुका था। मारपीट की पूरी घटना उसी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है, जो अब जांच में अहम सबूत बनकर सामने आएगी। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने वीडियो फुटेज सुरक्षित कर ली है और फोरेंसिक जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ दर्ज कराई रिपोर्ट
घटना के बाद महेंद्र सिंह ने सूरजगढ़ थाने में निहाल सिंह, संतोष देवी, सज्जन कुमार, हेमराज और चंद्रकला के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि निहाल सिंह ने उनके हिस्से की संयुक्त जमीन और कुआं बेच दिया और जमीन खरीदने वाला लगातार उन्हें धमका रहा था। वहीं, संतोष की मौत के बाद निहाल सिंह ने जयपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई और महेंद्र सिंह और उसके परिवार को जिम्मेदार ठहराया।

जब दो बहनें बन गईं दुश्मन
इस घटना में एक और चौंकाने वाला पहलू यह है कि मृतका संतोष देवी और आरोपी महेंद्र सिंह की पत्नी सुशीला देवी सगी बहनें हैं। इसके बावजूद पारिवारिक विवाद इतना बढ़ गया कि बहनों के बीच रिश्ता भी टूट गया। अब एक बहन के परिवार पर दूसरी बहन की हत्या का आरोप लगा है, जिससे पूरा गांव सदमे में है।

जांच में जुटी पुलिस, गहन पूछताछ जारी
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सूरजगढ़ थाना पुलिस टीम ने घटना की गहन जांच शुरू कर दी है। दोनों पक्षों की एफआईआर और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि प्राथमिक साक्ष्यों के आधार पर जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.