उन्होंने किसान बहनों से चर्चा की। इस दौरान एक भावुक पल उस वक्त दिखाई दिया, जब मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने एक बच्ची को हाथों में लेकर दुलार किया। सीएम डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ज्ञान मिशन को साकार करने के लिए एक अहम कदम उठाया। यह समागम ज्ञान के मुख्य घटक किसानों के कल्याण की महत्वपूर्ण पहल है। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह सहित किसान-उद्यमी-निर्यातक-एफपीओ उपस्थित थे।
कार्यक्रम में सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जब मैं सीतामऊ आता हूं तो मुझे धर्मराजेश्वर, पशुपतिनाथ भगवान की याद आ जाती है। भारत इतना उन्नत था कि जब दुनिया को कपड़े पहनना नहीं आता था, उस वक्त हमारे देश ने उन्नत देवालय-शिवालय बनाए। सीतामऊ में अजंता-एलोरा की तरह एक चट्टान के अंदर पूरा का पूरा मंदिर बना दिया गया। यह अद्भुत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश करवट ले रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारे खेत से हमारा घर चलता है। पराली जलाकर जमीन को निर्बल न करें। नरवाई न जलाएं। आज ऐसी मशीनें हैं जो उन्हें खाद बना देंगी। हमारी सरकार किसानों को जितना अनुदान दे सकेगी, देगी। किसान चिंता न करें, हम 5 साल में किसानों के लिए प्रति क्विंटल गेहूं भाव 3 हजार रुपए से ज्यादा करेंगे। आने वाले समय में किसान उन्नत खेती अपनाएं और खेती को उद्योग का दर्जा बना दें।
आने वाले समय में किसी की भी फसल बर्बाद नहीं जानी चाहिए, हम उसका प्रसंस्करण करके उद्योग बनाएंगे। देश में संतरा नागपुर के नाम से बिकता है, जबकि इसे मंदसौर के नाम से बिकना चाहिए। आज समय बदल रहा है। मंदसौर में आने वाले समय में सभी तरह के नए काम होंगे। साढ़े तीन हजार करोड़ का सीमेंट प्लांट भी मंदसौर में लग रहा है।
बिजली के मामले में आत्मनिर्भर होंगे किसान
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के लिए कई तरह के काम कर रही है। चंबल-कालीसिंध नदी जोड़ो के माध्यम से 13 जिलों के किसानों की जिंदगी बदल जाएगी। आप खेती की जमीन मत बेचना। ये पीढ़ियों की विरासत है, इसे बचाकर रखना। यह अमूल्य धरोहर है। लोन ले लेना, लेकिन जमीन मत बेचना। अगली पीढ़ी को पढ़ाओ-लिखाओ उद्योग-धंधे लगवाओ।
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि हम गौशालाएं बना रहे हैं। बेसहारा गायों को पालने वालों को प्रति गाय 40 रुपए सरकार देगी। सरकार भैंस के साथ-साथ गाय का दूध भी खरीदेगी। मध्यप्रदेश देश का 9 फीसदी दूध उत्पादन करता है, इसे 20 फीसदी करना है। उन्होंने कहा कि अपने घरों में कमरे बढ़ा लीजिए। सरकार पर्यटनों को बढ़ावा देने के लिए होमस्टे पर काम कर रही है। जैसे भी हो किसानों की, लोगों की आय बढ़नी चाहिए। हम धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा दे रहे हैं। जहां-जहां भगवान कृष्ण के चरण पड़े, वहां-वहां तीर्थ स्थान बनाएंगे।
किसानों को मिली जानकारी
गौरतलब है कि समागम में कृषि-उद्यानिकी के 15 विशेषज्ञों ने किसानों और उद्यमियों को नई तकनीक की जानकारी दी। उन्होंने किसानों को बताया कि वे नई तकनीक से खेती और खाद्य प्रसंस्करण को बेहतर बना सकते हैं। समागम स्थल पर किसानी-उद्यानिकी के आधुनिक यंत्रों, उपकरणों के स्टॉल लगाए गए।
गौरतलब है कि मंदसौर उद्यानिकी उत्पादों में अग्रणी जिला है। यहां 1.15 लाख हेक्टेयर जमीन में फल, सब्जी, मसालों, औषधीय फसलों का उत्पादन होता है। इसके मद्देनजर कार्यक्रम में फसलों से जुड़े उद्योगों को बढ़ावा दिया गया। इसके अलावा नए निवेशकों को इन फसलों से संबंधी व्यवसायों के लिए जागरूक किया गया।
कार्यक्रम के दौरान सीएम डॉ. यादव ने सीतामऊ में 33 करोड़ 14 लाख से निर्मित (सीएम राइज स्कूल) महर्षि सांदीपनी विद्यालय भवन चंदवासा का लोकार्पण किया। उन्होंने दुधाखेड़ी में 400 करोड़ के निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया। उन्होंने लदुना में 33.59 करोड़ की लागत से निर्मित सांदीपनी विद्यालय, 19.31 करोड़ की लागत से निर्मित सुवासरा-गुराड़ियाकला मार्ग, संयुक्त तहसील कार्यालय के साथ अन्य इकाइयों का भी लोकार्पण किया।
किस कंपनी को क्या मिला-कितना रोजगार
दिव्यानंद हर्बल्स को औद्योगिक क्षेत्र जग्गाखेड़ी, जिला मंदसौर में भूमि आवंटित की गई। कंपनी ने फूड प्रोसिसिंग के विनिर्माण के लिए 6 करोड़ का निवेश किया है। इससे 110 लोगों को रोजगार मिलेगा। जय होम को औद्योगिक क्षेत्र जग्गाखेड़ी, जिला मंदसौर में भूमि आवंटित की गई है। कंपनी ने मसाला विनिर्माण के लिए 5 करोड़ का निवेश किया है। इससे 20 लोगों को रोजगार मिलेगा।
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एमीटेक्स एग्रो प्रोडक्ट प्रा.लि. ने 200 करोड़ की लागत से फूड प्रोसेसिंग विनिर्माण की यूनिट स्थापित करने के लिए ग्राम लालूखेडी, जिला आगर मालवा में ईओआई प्रेषित किया है। इसमें 800 व्यक्तियों को रोजगार मिल सकता है। संकेत आइल्स प्रा.लि. ने 75 करोड़ की लागत से फूड आइल प्रोसेसिंग विनिर्माण की यूनिट की स्थापना के लिए जिला मंदसौर में ईओआई प्रेषित किया है। 650 व्यक्तियों को रोजगार मिलने की संभावना है।