सेना के बैंड की मधुर धुनों और श्रद्धालुओं के जय बद्री विशाल के उद्घोष के बीच बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले। इस समय वहां करीब 10 हजार श्रद्धालु उपस्थित थे। दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। कपाटोद्धघाटन के लिए बदरीनाथ मंदिर को 40 कुंतल गेंदे के फूलों से सजाया गया है।
बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भी बदरीनाथ पहुंचे। उन्होंने बदरी विशाल के दर्शन कर पूजा अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने श्रद्धालुओं से बातचीत भी की।
धामी ने कहा कि आज का दिन बहुत ही शुभ है। मैं उत्तराखंड आने वाले सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करता हूं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि सभी की यात्रा सुखद हो। सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं, चारधाम यात्रा थोड़ी कठिन है लेकिन उसके बावजूद भी प्रयास किए गए हैं कि यात्रा में कम से कम कठिनाई हो और यात्रा सुरक्षित हो।
मान्यताओं के अनुसार, वर्ष में 6 माह (ग्रीष्मकालीन) मनुष्य भगवान विष्णु की पूजा करते हैं, जबकि बाकी के छह माह (शीतकालीन) यहां देवता स्वयं भगवान विष्णु की आराधना करते हैं, जिसमें मुख्य पुजारी देवर्षि नारद होते हैं।
बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही इस साल की चारधाम यात्रा पूर्ण रूप से शुरू हो गई है। उत्तराखंड के चार धामों में शामिल तीन अन्य धाम-गंगोत्री, यमुनोत्री तथा केदारनाथ पहले ही खुल चुके हैं।
edited by : Nrapendra Gupta