हाल के वर्षों में, लोगों का शेयर बाजार के प्रति दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण बदलाव आया है। अब इसे केवल जुए के रूप में नहीं देखा जाता। विशेषज्ञों की सलाह पर निवेश करने से लाभ की संभावना बढ़ जाती है, लेकिन इसके लिए धैर्य की आवश्यकता होती है। डिजिटलीकरण ने शेयर बाजार में निवेश को काफी सरल बना दिया है। कोरोना महामारी के दौरान, डीमैट खातों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई। हालांकि, जो लोग बिना ज्ञान के त्वरित लाभ की उम्मीद कर रहे थे, वे निराश होकर लौट गए हैं। वहीं, जो लोग सही निवेश रणनीति के साथ आगे बढ़े हैं, वे अभी भी बाजार में सक्रिय हैं। कई लोग सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के माध्यम से निवेश कर रहे हैं और उन्हें इसके सकारात्मक परिणाम भी मिल रहे हैं.
शेयर बाजार में विभिन्न प्रकार के निवेशक होते हैं, जो सोचते हैं कि यदि वे इसमें पैसा लगाते हैं, तो उन्हें तुरंत दस गुना लाभ मिलेगा या करोड़ों का रिटर्न प्राप्त होगा। लेकिन इसके लिए निरंतरता और गहन अध्ययन की आवश्यकता होती है। कई निवेशकों ने इस क्षेत्र में भारी मुनाफा कमाया है। यदि आप सही समय पर निवेश करते हैं, तो निश्चित रूप से आपको लाभ होगा.