साइकिलिंग और वॉकिंग में क्या है बेहतर? घुटनों के लिए जानिए सही विकल्प
Navyug Sandesh Hindi May 06, 2025 04:42 PM

साइकिल चलाना और पैदल चलना दोनों ही बेहतरीन फिजिकल एक्टिविटी हैं। ये न सिर्फ दिल की सेहत और वजन को कंट्रोल में रखते हैं, बल्कि मेंटल हेल्थ के लिए भी काफी फायदेमंद हैं। लेकिन जब बात आती है घुटनों की सेहत की, तो अक्सर लोग कन्फ्यूज हो जाते हैं कि कौन सी एक्टिविटी जॉइंट्स के लिए ज्यादा सही है। चलिए जानते हैं दोनों के फायदे और क्या है आपके लिए बेहतर विकल्प।

पैदल चलने के फायदे:
चलना सबसे नेचुरल एक्सरसाइज है। यह घुटनों के लचीलेपन को बनाए रखने में मदद करता है और आसपास की मसल्स को मजबूत बनाता है। इससे वजन भी कंट्रोल में रहता है, जिससे घुटनों पर पड़ने वाला प्रेशर कम होता है। नियमित चलने से घुटनों में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जो ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से बचाव में मदद करता है।

साइकिल चलाने के फायदे:
साइकिलिंग करते वक्त आपके पैर लगातार मूवमेंट में रहते हैं लेकिन जमीन से टकराते नहीं, जिससे घुटनों पर कम दबाव पड़ता है। यह एक्टिविटी घुटनों की मसल्स को मजबूत बनाती है और दर्द की आशंका को कम कर सकती है। खास बात ये है कि साइकिल चलाना लो-इम्पैक्ट वर्कआउट माना जाता है।

कौन सा है बेहतर?
अगर आपके घुटनों में तेज दर्द है या जॉइंट्स कमजोर हैं, तो पैदल चलना ज्यादा बेहतर रहेगा। वहीं अगर आपके घुटने हेल्दी हैं और आप मसल्स को और मजबूत बनाना चाहते हैं तो साइकिल चलाना भी बेहतरीन विकल्प है। किसी भी एक्टिविटी को चुनने से पहले अगर दर्द या परेशानी है, तो डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह जरूर लें।

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