मखाना, जिसे फॉक्स-नट के नाम से भी जाना जाता है, नवरात्रि के दौरान महिलाओं के बीच एक लोकप्रिय स्नैक है। यह न केवल पेट भरता है, बल्कि इसमें कई पोषक तत्व भी होते हैं। भारत में, मखाना का उपयोग प्राचीन समय से धार्मिक त्योहारों और व्रतों में किया जाता रहा है।
क्या आप जानते हैं कि मखाना ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम और अखरोट से भी अधिक पौष्टिक है? इसमें मैग्नीशियम, पोटेशियम और फास्फोरस की उच्च मात्रा होती है। यह प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, आयरन और जिंक का भी अच्छा स्रोत है। इसके अलावा, इसमें सैचुरेटेड फैट, सोडियम और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत कम होती है।
रक्तचाप नियंत्रण: मखाना पोटेशियम से भरपूर है और सोडियम की मात्रा कम होने के कारण यह उच्च रक्तचाप से ग्रस्त महिलाओं के लिए लाभकारी है। यह रक्त संचार को सुधारता है और रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
तनाव में कमी: मखाने का सेवन तनाव को कम करने में मदद करता है और अनिद्रा की समस्या को भी दूर करता है। रात में दूध के साथ मखाने का सेवन करें और फर्क महसूस करें।
जोड़ों के दर्द में राहत: मखाने में कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है, जो जोड़ों के दर्द और गठिया के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
पाचन में सुधार: मखाना एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो पाचन में मदद करता है और दस्त से राहत देता है।
किडनी के लिए फायदेमंद: मखाना किडनी को मजबूत बनाता है और रक्त को शुद्ध करता है।
एंटी-एजिंग गुण: मखाने में फ्लेवोनाइड्स होते हैं, जो उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।
वजन घटाने में सहायक: मखाने में उच्च फाइबर और कम फैट होता है, जो वजन घटाने में मदद करता है।
दिल के लिए लाभकारी: मखाने में मैग्नीशियम की प्रचुरता दिल की बीमारियों के जोखिम को कम करती है।
अच्छी नींद का साधन: मखाना अनिद्रा के इलाज में सहायक है और शांतिपूर्ण नींद लाने में मदद करता है।
लूज मोशन का इलाज: मखाना लूज मोशन को ठीक करने में मदद करता है, खासकर जब इसे घी में भूनकर खाया जाए।