जन्म के बाद से ही मां को शिशु का खास ख्याल रखना पड़ता है. बच्चे की एक एक हरकत पर मां को ध्यान देना पड़ता है. शिशु के जन्म के साथ ही तरह तरह के सवाल भी माँ बाप के मन में जन्म लेना शुरू करते हैं. किस क्या बच्चे की लंबाई सही है या नहीं, बच्चे का वजन ठीक है या नहीं. जन्म के तुरंत बाद डॉक्टर बच्चे का वजन चेक करते हैं और वो स्केल के मुताबिक बताते हैं कि बच्चे का वजन कितना होना चाहिए तो आइए जानते हैं कि बच्चे का औसत वजन कितना होना चाहिए.
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, बच्चों में लड़के का औसत बर्थ वेट 7 पाउंड (एलबी) 6 औंस (ओज) या 3.3 किलोग्राम (किलो) के लगभग माना जाता है.
वहीं जन्म ली एक लड़की का औसतन बर्थ वेट 7 पौंड 2 औंस या 3.2 किलोग्राम होना चाहिए. 37-40 सप्ताह में जन्म लेने वाले बच्चे का औसत वजन 5 पौंड 8 औंस से 8 पौंड 13 औंस तक होना चाहिए. यह 2.5 से 4 किलो तक माना जाता है. प्रसव के समय, विशेषज्ञों का मानना है कि जन्म के समय कम वजन 5 पौंड 8 औंस या 2.5 किलोग्राम से कम होना चाहिए.
बच्चे पैदा होने के 5 से 7 दिन में बच्चे का वजन 5-7% कम होता है. बच्चे का 7-10 दिन में फिरसे पहले जैसे , जन्म के weight जितना हो जाता है. जिन बच्चो का वजन जन्म के 5 से 7 दिन में 10 % से ऊपर कम हो जाता है तो यह एक बुरा संकेत होता है.
-जन्म के समय औसतन वजन 3.3 किलोग्राम
-1 महीने के लड़के का वजन 4.2 किग्रा वहीं लड़की का वजन 4.5 किग्रा
-2 महीने महीने के लड़के का वजन 5.1 किग्रा वहीं लड़की का वजन 5.6 किग्रा
-3 महीने के लड़के का वजन 5.8 किग्रा और लड़की का वजन 6.4 किग्रा
-4 महीने के लड़के का वजन 6.4 किग्रा और और लड़की का वजन 7.0 किग्रा
-5 महीने के लड़के का वजन 6.9 किग्रा और लड़की का वजन 7.5 किग्रा
-6 महीने के लड़के का वजन 7.3 किग्रा और लड़की का वजन 7.9 किग्रा
-7 महीने के लड़के का वजन 7.6 किग्रा और लड़की का वजन 8.3 किग्रा
-8 महीने के लड़के का वजन 7.9 किग्रा और लड़की का वजन 8.6 किग्रा
-9 महीने के लड़के का वजन 8.2 किग्रा और लड़की का वजन 8.9 किग्रा
-10 महीने के लड़के का वजन 8.5 किग्रा और लड़की का वजन 9.2 किग्रा
-11 महीने के लड़के का वजन 8.7 किग्रा और लड़की का वजन 9.4 किग्रा
-12 महीने के लड़के का वजन 8.9 किग्रा और लड़की का वजन 9.6 किग्रा