आज के समय में हर नौकरीपेशा व्यक्ति के लिए रिटायरमेंट के बाद की सुरक्षा बहुत जरूरी है। इसी सुरक्षा के लिए ईपीएफओ (Employees’ Provident Fund Organisation) की तरफ से पेंशन स्कीम चलाई जाती है, जिसमें हर कर्मचारी और नियोक्ता एक निश्चित राशि जमा करते हैं। हाल ही में EPFO की हायर पेंशन स्कीम को लेकर बड़ी खबर सामने आई है – अब हायर पेंशन के लिए 2026 तक इंतजार करना पड़ सकता है। इस खबर ने लाखों पेंशनर्स और कर्मचारियों की उम्मीदों को थोड़ा और लंबा कर दिया है।
पिछले कुछ समय से EPFO के हायर पेंशन को लेकर कई बदलाव और कोर्ट केस हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद लाखों कर्मचारियों ने हायर पेंशन के लिए आवेदन किया। EPFO ने इसके लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी दी, लेकिन अब तक सभी आवेदनों की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। इसी बीच खबर आई है कि हायर पेंशन के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा और यह प्रक्रिया 2026 तक खिंच सकती है। इस आर्टिकल में हम आपको EPFO हायर पेंशन स्कीम, इसके नए अपडेट्स, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, और 2026 तक इंतजार की वजहों के बारे में आसान हिंदी में पूरी जानकारी देंगे।
EPFO हायर पेंशन स्कीम एक ऐसी सुविधा है जिसमें कर्मचारी अपनी सैलरी के हिसाब से ज्यादा पेंशन पाने के लिए EPS (Employees’ Pension Scheme) में अधिक योगदान कर सकते हैं। आमतौर पर, नियोक्ता की ओर से सैलरी का 12% EPF में जमा होता है, जिसमें से 8.33% EPS में जाता है, लेकिन यह योगदान अधिकतम ₹15,000 सैलरी तक ही सीमित रहता है। यानी, अगर आपकी सैलरी इससे ज्यादा है, तो भी EPS में योगदान ₹15,000 के आधार पर ही होगा।
2014 से पहले कर्मचारी और नियोक्ता, दोनों, चाहें तो सैलरी के पूरे अमाउंट पर EPS में 8.33% योगदान कर सकते थे। लेकिन 2014 के बाद यह विकल्प बंद हो गया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पुराने कर्मचारियों को फिर से हायर पेंशन का विकल्प मिला, लेकिन इसके लिए जॉइंट ऑप्शन फॉर्म भरना जरूरी था। इस प्रक्रिया में कई बार तारीखें बढ़ाई गईं और लाखों लोगों ने आवेदन किया।
बिंदु | जान-पहचान |
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योजना का नाम | ईपीएफओ उच्च पेंशन योजना |
निदेशक | कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) |
स्कीम की शुरुआत | 1995 (EPS-95), हायर पेंशन विकल्प 2014 से विवादित |
मौजूदा EPS योगदान | सैलरी का 8.33% (अधिकतम ₹15,000 तक) |
हायर पेंशन पात्रता | 1 सितंबर 2014 से पहले EPS सदस्य, जिन्होंने जॉइंट ऑप्शन फॉर्म भरा |
आवेदन की अंतिम तारीख | 11 जुलाई 2023 (कई बार बढ़ाई गई) |
आवेदन की प्रक्रिया | ऑनलाइन एवं क्षेत्रीय EPF कार्यालय के माध्यम से |
न्यूनतम पेंशन (2025) | ₹3,000 प्रतिमाह (नई घोषणा) |
अधिकतम पेंशन | योगदान और सेवा अवधि के अनुसार |
2026 तक इंतजार क्यों? | लंबित आवेदनों की संख्या, प्रक्रिया में देरी, प्रशासनिक कारण |
हाल ही में EPFO से जुड़े अधिकारियों और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हायर पेंशन के आवेदनों की संख्या बहुत ज्यादा है। लगभग 17.5 लाख से ज्यादा लोगों ने हायर पेंशन के लिए आवेदन किया है। EPFO ने अब तक लगभग 22,000 आवेदनों का निपटारा किया है, लेकिन बाकी आवेदनों की जांच और प्रोसेसिंग में समय लग रहा है।
इसलिए, जिन लोगों ने हायर पेंशन के लिए आवेदन किया है, उन्हें 2026 तक इंतजार करना पड़ सकता है। EPFO ने खुद भी यह संकेत दिए हैं कि सभी आवेदनों का निपटारा 2026 तक ही संभव है।
EPFO हायर पेंशन के लिए पात्रता कुछ खास शर्तों पर निर्भर करती है:
EPFO ने हायर पेंशन के लिए आवेदन की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए ऑनलाइन सुविधा शुरू की थी। आवेदन करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो करें:
यदि EPFO ने आपके आवेदन में कोई कमी पाई तो आपको नोटिस भेजा जाएगा और अतिरिक्त योगदान जमा करने के लिए कहा जा सकता है। सभी दस्तावेजों और प्रक्रिया की जांच के बाद ही पेंशन ऑर्डर जारी होगा।
हायर पेंशन का फॉर्मूला है:मासिकपेंशन=पेंशनयोग्यसैलरी×सेवाअवधि70मासिक पेंशन = \frac{पेंशन योग्य सैलरी \times सेवा अवधि}{70}मासिकपेंशन=70पेंशनयोग्यसैलरी×सेवाअवधि
हायर पेंशन का फायदा यह है कि अगर आपने EPS में अपनी पूरी सैलरी के हिसाब से 8.33% योगदान किया है, तो आपकी मासिक पेंशन काफी ज्यादा हो सकती है। लेकिन इसका नुकसान यह है कि EPF से मिलने वाली लम्पसम राशि कम हो जाएगी, क्योंकि ज्यादा पैसा EPS में चला जाएगा।
सरकार ने 2025 में EPFO की न्यूनतम पेंशन को बढ़ाकर ₹3,000 प्रतिमाह करने की घोषणा की है। इससे पहले यह राशि ₹1,000 थी। इस फैसले से 60 लाख से ज्यादा पेंशनर्स को फायदा होगा। हालांकि, ट्रेड यूनियनों ने न्यूनतम पेंशन को ₹5,000 या ₹7,500 तक बढ़ाने की मांग की है, जिस पर विचार किया जा रहा है।
विशेषता | जान-पहचान |
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पुरानी न्यूनतम पेंशन | ₹1,000 प्रतिमाह |
नई न्यूनतम पेंशन | ₹3,000 प्रतिमाह (2025) |
लाभार्थी | 60 लाख से अधिक पेंशनर्स |
लागू होने की तिथि | अप्रैल 2025 से संभावित |
मांग | ₹5,000 या ₹7,500 प्रतिमाह |
फायदे:
हानि:
Q1. EPFO हायर पेंशन के लिए कौन पात्र है?
A: वे कर्मचारी जो 1 सितंबर 2014 से पहले EPS सदस्य थे और जिन्होंने EPS में अधिक योगदान किया या जॉइंट ऑप्शन फॉर्म भरा।
Q2. आवेदन की अंतिम तारीख क्या थी?
A: अंतिम तारीख 11 जुलाई 2023 थी, लेकिन नियोक्ताओं को 31 जनवरी 2025 तक फॉरवर्ड करने का मौका मिला।
Q3. हायर पेंशन का पैसा कब से मिलेगा?
A: EPFO ने बताया है कि लंबित आवेदनों की प्रक्रिया 2026 तक पूरी हो सकती है, उसके बाद ही पेंशन मिलना शुरू होगा।
Q4. क्या हायर पेंशन पर टैक्स देना होगा?
A: हां, मासिक पेंशन टैक्सेबल है। जबकि EPF लम्पसम राशि टैक्स फ्री होती है।
Q5. EPFO हायर पेंशन का फॉर्मूला क्या है?
A: मासिक पेंशन = (पेंशन योग्य सैलरी x सेवा अवधि)/70
अस्वीकरण: यह आर्टिकल EPFO हायर पेंशन स्कीम और उससे जुड़ी ताजा खबरों पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारी सरकारी घोषणाओं, कोर्ट के आदेशों और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। EPFO हायर पेंशन स्कीम पूरी तरह से वास्तविक और वैध योजना है, लेकिन इसकी प्रक्रिया लंबी और जटिल है। 2026 तक इंतजार की खबरें सही हैं, क्योंकि EPFO ने खुद माना है कि सभी आवेदनों का निपटारा 2026 तक ही संभव है। यदि आपके पास कोई संदेह है या अधिक जानकारी चाहिए, तो अपने क्षेत्रीय EPF कार्यालय या EPFO की वेबसाइट पर संपर्क करें। योजना में किसी भी बदलाव या नई घोषणा के लिए आधिकारिक सूचना का इंतजार करें।