ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में नए मिशन की शुरुआत की है। जिसका नाम है ऑपरेशन केलर (operation keller)। ये नाम शोपियां के इलाके(shopian district) से लिया गया है। जहां लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने ठिकाना बना रखा था। सेना अब एक-एक आतंकी को ढूंढकर ठिकाने लगाने में जुटी है। घाटी में हर संदिग्ध गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
मंगलवार को शोपियां(shopian district) के केलर गांव में जबरदस्त मुठभेड़ हुई। जिसमें सेना ने लश्कर के तीन खूंखार आतंकियों को मार गिराया। ये कार्रवाई खास खुफिया इनपुट मिलने के बाद शुरू हुई थी। सेना ने इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। साथ ही आतंकियों की तरफ से फायरिंग होते ही जवाबी कार्रवाई में उन्हें ढेर कर दिया।
दरअसल 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही घाटी में सुरक्षा एजेंसियों की सख्ती और बढ़ा दी गई थी। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के अंदर छिपे आतंकी ठिकानों पर जबरदस्त हमला बोला। इस जवाबी कार्रवाई से बौखलाकर पाकिस्तान ने ड्रोन अटैक करने की कोशिश की। पंजाब, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और गुजरात के इलाकों को निशाना बनाया गया। लेकिन भारतीय डिफेंस सिस्टम ने सभी हमलों को समय रहते नाकाम कर दिया।
हालांकि संघर्षविराम की घोषणा के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। श्रीनगर और सीमावर्ती इलाकों में सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। जिससे तनाव और बढ़ गया है।
इन हालातों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को साफ शब्दों में चेताया है। उन्होंने कहा कि भारत अब किसी भी आतंकी हमले को सीधा युद्ध समझेगा और वैसा ही जवाब देगा। उन्होंने ये भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी केवल रुका है। खत्म नहीं हुआ। देश की सुरक्षा नीति अब पहले से कहीं ज्यादा स्पष्ट और निर्णायक हो गई है।
सेना की इस आक्रामक रणनीति से एक बात साफ है। अब भारत न सिर्फ आतंकी हमलों का जवाब देगा। बल्कि उनकी जड़ तक पहुंचकर उनका सफाया करेगा। ऑपरेशन केलर उसी का एक हिस्सा है। आने वाले दिनों में ऐसे कई और ऑपरेशन देखे जा सकते हैं।