23 हज़ार करोड़ रु की ऑर्डर बुक वाले इस डिफेंस पीएसयू स्टॉक की रफ्तार नहीं रुक रही, 5 दिन में 36% की तेज़ी, FII की बाइंग

शेयर मार्केट में शुक्रवार को कारोबार सीमित दायरे में रहा और निफ्टी में मामूली गिरावट के साथ 25020 के लेवल पर हुई. निफ्टी 50 ने शुक्रवार को 25 हज़ार का साइकोलॉजिकल लेवल बनाए रखा है और उसका अपट्रेंड इंटैक्ट है. इस बीच शुक्रवार के बाज़ार में डिफेंस स्टॉक में तूफानी खरीदारी देखी गई और निफ्टी डिफेंस इंडेक्स 5.60 प्रतिशत की तेज़ी के साथ बंद हुआ. डिफेंस सेक्टर के पीएसयू Garden Reach Shipbuilders & Enginers Ltd के शेयरों में शुक्रवार को भी 10% की तेज़ी रही और वह 2,486.60 रुपए के लेवल पर क्लोज़ हुआ. कंपनी का मार्केट कैप 28.42 हज़ार करोड़ रुपए है. पिछले 5 ट्रेडिंग सेशन में इस स्टॉक में 36% की तेज़ी देखी गई है. स्टॉक अपने 52 वीक लेवल 2833.80 रुपए के लेवल के करीब आ रहा है.गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) के पास डिफेंस सेक्टर के कई ऑर्डर हैं और इस कंपनी की ऑर्डर बुक 23 हज़ार करोड़ रुपए से भी अधिक की है. गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड एक शेड्यूल 'ए' मिनी रत्न कैटेगरी I कंपनी है, जिसमें भारत सरकार की हिस्सेदारी 74.50% है. यह कंपनी भारतीय युद्धपोत निर्माता है जिसका इतिहास 1884 से शुरू होता है. रक्षा मंत्रालय के इस उपक्रम ने भारतीय नौसेना, तटरक्षक और विदेशी नौसेनाओं के लिए 110 युद्धपोतों सहित 790 से अधिक प्लेटफॉर्म बनाए हैं. भारत के पहले युद्धपोत, एसडीबी आईएनएस अजय से लेकर इसके पहले निर्यात युद्धपोत, सीजीएस बाराकुडा तक, जीआरएसई की क्षमताएं फ्रिगेट, कोरवेट, सर्वेक्षण पोत और फास्ट अटैक क्राफ्ट सहित कई प्रकार के जहाजों तक फैली हुई हैं. गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) ने वित्त वर्ष 25 के लिए उल्लेखनीय वित्तीय परिणामों की घोषणा की, जिसमें इसने अब तक का सबसे अधिक राजस्व और लाभ प्राप्त किया है. कंपनी की कुल आय 5,411 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जो वित्त वर्ष 24 में दर्ज 3,892 करोड़ रुपये की तुलना में 39 प्रतिशत की उल्लेखनीय बढ़ोतरी को दर्शाता है. परिचालन से राजस्व में भी बढ़ोतरी देखी गई, जो पिछले वर्ष के 3,593 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 25 में 5,076 करोड़ रुपये हो गया.वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में भी जीआरएसई ने असाधारण प्रदर्शन किया. वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में परिचालन से राजस्व 1,642 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के 1,016 करोड़ रुपये से 62 प्रतिशत अधिक है. इसके अलावा वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में कर पश्चात लाभ (पीएटी) बढ़कर 244 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के 112 करोड़ रुपये की तुलना में 118 प्रतिशत की असाधारण वृद्धि दर्शाता है। निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2025 के लिए 4.90 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के फाइनल डिविडेंड की सिफारिश की है , जिससे कुल लाभांश चुकता शेयर पूंजी का 138.5 प्रतिशत हो गया है, जो पिछले वर्ष घोषित 93.6 प्रतिशत से उल्लेखनीय ग्रोथ है.FII ने 1,57,514 शेयर और DII ने 32,672 शेयर खरीदे और दिसंबर 2024 की तुलना में मार्च 2025 में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर क्रमशः 3.85 प्रतिशत और 1.90 प्रतिशत कर ली.