आजकल सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स पर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। इनमें से कुछ सच होते हैं, लेकिन अधिकांश झूठे और भ्रामक होते हैं, जिनका उद्देश्य लोगों को भ्रमित करना और डर फैलाना है। हाल ही में एक ऐसा संदेश तेजी से फैल रहा है, जिसमें कहा गया है कि एटीएम से संबंधित एक नया नियम लागू किया गया है, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी किया गया है। इस संदेश ने आम जनता में चिंता पैदा कर दी है।
हालांकि, सरकार के प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) की फैक्ट चेक टीम ने इस वायरल दावे की सच्चाई को उजागर किया है। PIB ने स्पष्ट किया है कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी और गलत है, और इसका RBI से कोई संबंध नहीं है। PIB ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर बताया कि यह संदेश फेक है और लोगों को इसे नहीं मानना चाहिए।
यह पहली बार नहीं है जब ऐसा कोई संदेश वायरल हुआ है। इससे पहले भी 2022 और 2023 में इसी तरह का दावा किया गया था, और तब भी PIB ने इसे झूठा और भ्रामक बताया था। इसके बावजूद, इस प्रकार की गलत जानकारियाँ बार-बार सोशल मीडिया और व्हाट्सएप के माध्यम से फैलती रहती हैं। इसलिए लोगों को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
PIB ने न केवल वायरल संदेश को फर्जी करार दिया है, बल्कि एटीएम उपयोगकर्ताओं को सतर्क रहने की सलाह भी दी है। एटीएम से लेन-देन करते समय निम्नलिखित सावधानियाँ बरतना आवश्यक है:
डिजिटल जागरूकता आज के समय में अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि आपको कोई ऐसा संदेश मिले जिसमें लिखा हो कि यह सूचना RBI या सरकार द्वारा दी गई है, तो बिना जांचे-परखे उस पर विश्वास न करें।
PIB की फैक्ट चेक टीम ने बताया है कि लोग निम्नलिखित तरीकों से किसी भी वायरल संदेश की सच्चाई की पुष्टि कर सकते हैं:
ATM सुरक्षा को लेकर साइबर विशेषज्ञों और बैंकिंग विशेषज्ञों की सलाह है कि हमेशा व्यावहारिक सावधानी बरतें:
फर्जी खबरें और संदेश आज के डिजिटल युग में एक बड़ी समस्या बन चुके हैं। इसलिए यह आवश्यक है कि हम हर सूचना की सच्चाई की जांच करें, विशेषकर जब वह किसी सरकारी संस्था या बैंक से संबंधित हो। PIB Fact Check जैसी सरकारी सेवाओं का उपयोग करके हम न केवल खुद को, बल्कि अपने परिवार और समाज को भी गलत जानकारी से सुरक्षित रख सकते हैं। अगली बार जब कोई ऐसा संदेश मिले, तो उसकी पुष्टि करें और अनावश्यक चिंता से बचें।