राजस्थान के सीकर जिले के धोद कस्बे में पानी की गंभीर समस्या को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। करीब तीन महीने के धैर्य के बाद आखिरकार शुक्रवार सुबह ग्रामीणों का गुस्सा टूट गया। कस्बे की सामुदायिक जल टंकी पर 20 से अधिक ग्रामीण चढ़ गए और जलापूर्ति ठीक करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। चढ़ने के बाद ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि जब तक नियमित जलापूर्ति की गारंटी नहीं होगी, वे पानी की टंकी से नीचे नहीं उतरेंगे। उनके साथ चढ़ी महिलाओं ने स्थानीय प्रशासन को टंकी से कूदने की धमकी भी दी।
शाम तक जलापूर्ति बहाल करने का दिया आश्वासन
सूचना मिलते ही प्रशासन और जलदाय विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। साथ ही एईएन प्रवीण मातवा ने ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें समझाने का प्रयास किया। स्थानीय लोगों से काफी देर तक चली चर्चा के बाद अधिकारियों ने शाम तक जलापूर्ति बहाल करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद मामला शांत हुआ। और करीब 2 घंटे बाद ग्रामीण पानी की टंकी से नीचे उतरे।
पाइप लाइन में लीकेज के कारण परेशानी
क्षेत्र में पानी की समस्या के बारे में एईएन प्रवीण मातवा का कहना है कि जल जीवन मिशन योजना के तहत पुरानी पेयजल लाइन से कनेक्शन था जिसे चालू कर दिया गया था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से पाइप लाइन में लीकेज के कारण यह समस्या आई है। आज शाम तक समस्या का समाधान कर दिया जाएगा और पेयजल आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी।
तीन महीने से पानी की भारी किल्लत
वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि पिछले तीन महीने से पानी की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। इस बारे में कई बार विभाग को अवगत कराया गया, लेकिन इसके बावजूद कोई स्थायी समाधान नहीं हुआ। महिलाओं और बच्चों को दूर-दूर से पानी लाना पड़ रहा है, जिससे लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है।
अधिकारियों के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ
फिलहाल जलदाय विभाग के अधिकारियों द्वारा शाम तक पेयजल आपूर्ति सुचारू करने के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने आंदोलन स्थगित कर दिया है, लेकिन अगर जल्द ही पानी की समस्या का स्थायी समाधान नहीं हुआ तो ग्रामीण फिर से आंदोलन करेंगे। ग्रामीणों ने कहा कि यह प्रशासन के लिए चेतावनी है कि यदि समय रहते मूलभूत सुविधाओं में सुधार नहीं किया गया तो जनाक्रोश फिर से भड़क सकता है।