अमेरिका ने क्यों बर्बाद कर दी 4 करोड़ रुपये कीमत की भारतीय आमों की खेप? जानिए पूरी वजह
Lifeberrys Hindi May 18, 2025 06:42 PM

फलों के राजा माने जाने वाले आम की दुनियाभर में जबरदस्त मांग है। अमेरिका भारतीय आमों का सबसे बड़ा खरीदार है, लेकिन हाल ही में भारत से भेजी गई 15 खेप आमों को अमेरिका ने वापस लौटा दिया या नष्ट कर दिया। इसका कारण विकिरण प्रक्रिया से जुड़े दस्तावेजों में पाई गई गड़बड़ी बताया गया है। इन आमों की कुल कीमत 4 करोड़ रुपये से अधिक थी। इस घटना से साफ है कि जो अमेरिका खुद को भारत का बेस्ट फ्रेंड बताता है, उसने 4 करोड़ रुपये कीमत की भारतीय आमों की खेप को बेकार कर दिया है।

अमेरिका में रोकी गई खेप

इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ये खेप लॉस एंजिल्स, सैन फ्रांसिस्को और अटलांटा के एयरपोर्ट पर रोकी गईं। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि रेडिएशन प्रक्रिया के कागजात में गलतियां थीं। यह प्रक्रिया फलों में मौजूद कीड़ों को खत्म करने और आम को लंबे समय तक ताजा रखने के लिए अपनाई जाती है। लेकिन अमेरिकी सीमा शुल्क अधिकारियों ने दस्तावेजों में पाई गई गलतियों के कारण खेप को स्वीकार नहीं किया।

बर्बादी की असली वजह

निर्यातकों के अनुसार, समस्या कीड़ों से नहीं बल्कि उनके नष्ट करने की प्रक्रिया से जुड़ी दस्तावेजी त्रुटियों से हुई। ये आम 8 और 9 मई को मुंबई में विकिरणित किए गए थे, जहां अमेरिकी कृषि विभाग (USDA) के एक अधिकारी की निगरानी में यह प्रक्रिया पूरी हुई। USDA का अधिकारी PPQ203 फॉर्म प्रमाणित करता है, जो अमेरिका में आम के आयात के लिए जरूरी होता है।

इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में एक नाम न बताने वाले निर्यातक ने बताया कि नवी मुंबई के विकिरण केंद्र में हुई चूक की सजा उन्हें भुगतनी पड़ी। उन्होंने कहा कि USDA अधिकारी की मौजूदगी के बावजूद प्रक्रिया में त्रुटि हुई।

क्या वापस आएंगे आम?

अमेरिकी अधिकारियों ने विकल्प दिया कि या तो आमों को अमेरिका में नष्ट कर दिया जाए या वापस भारत भेजा जाए। लेकिन आम जल्दी खराब हो जाते हैं और वापसी का खर्च काफी ज्यादा होता है, इसलिए सभी निर्यातकों ने आमों को नष्ट करने का फैसला किया। इससे निर्यातकों को करीब 4.28 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ।

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