बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं। इस दौरान, नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर भी जारी है। NDA, RJD, जनसुराज पार्टी और कांग्रेस सभी अपने-अपने रणनीतियों पर काम कर रही हैं। हाल ही में यह जानकारी मिली है कि भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए उदय सिंह, जिन्हें पप्पू सिंह के नाम से जाना जाता है, अब प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। इसके अलावा, यह भी सुनने में आ रहा है कि पप्पू सिंह जनसुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पप्पू सिंह को जनसुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चुना गया है, और औपचारिक घोषणा जल्द ही की जाएगी। लेकिन पप्पू सिंह कौन हैं? बिहार में उनकी पहचान क्या है? वे प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उभर रहे हैं।
पप्पू सिंह का पूर्णिया में काफी प्रभाव है। उनकी राजनीतिक यात्रा 2004 के लोकसभा चुनाव से शुरू हुई, जब उन्होंने भाजपा के टिकट पर पूर्णिया लोकसभा सीट से दो बार चुनाव जीते। हालांकि, उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में भाग नहीं लिया, लेकिन निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव का समर्थन किया। 2019 में, पप्पू सिंह ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लिया।
नेशनल इलेक्शन की myneta वेबसाइट के अनुसार, पप्पू सिंह एक उद्योगपति और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनकी शैक्षिक योग्यता कक्षा 12वीं तक है। उनके पास 146 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है, जिसमें अचल संपत्ति 1,123,851,764 करोड़ रुपये और चल संपत्ति 342,512,959 करोड़ रुपये शामिल हैं। हालांकि, उनके खिलाफ 4-6 आपराधिक मामले भी दर्ज हैं।