कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। यह शरीर के विभिन्न हिस्सों में विकसित हो सकता है और अक्सर इसके लक्षण स्पष्ट नहीं होते। कैंसर के कई प्रकार होते हैं, जिनमें से कोलोरेक्टल कैंसर दुनिया में तीसरा सबसे सामान्य प्रकार है।
कोलोरेक्टल कैंसर के लक्षण
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह पाया गया है कि सफेद ब्रेड और शराब का सेवन कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। यह कैंसर अक्सर अस्वस्थ आहार, धूम्रपान और अत्यधिक शराब पीने के कारण होता है। इसके कुछ सामान्य लक्षणों में वजन में कमी, थकान, खून की कमी, बुखार, अजीब गांठें, संक्रमण और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं शामिल हैं।
धूम्रपान से बचें
सफेद ब्रेड में रिफाइंड आटा होता है, जो शरीर में इंसुलिन के स्तर को बढ़ा सकता है। वहीं, शराब में मौजूद अल्कोहल कैंसर के विकास को बढ़ावा देता है। इसके अलावा, शराब का सेवन शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को बढ़ाता है, जो कैंसर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कैंसर को पूरी तरह से रोकना कठिन है, लेकिन कुछ उपाय किए जा सकते हैं, जैसे धूम्रपान से बचना, स्वस्थ आहार लेना, नियमित व्यायाम करना, वजन को नियंत्रित करना, शराब का सेवन सीमित करना और नियमित स्वास्थ्य जांच कराना।
स्क्रीनिंग टेस्ट
एक स्वस्थ आहार अपनाकर कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है। अपने आहार में साबुत अनाज, फल, सब्जियां और प्रोटीन के स्रोत शामिल करें। इसके अलावा, शराब से दूर रहना और नियमित व्यायाम करना भी कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। समय-समय पर चिकित्सक से परामर्श लेना और स्क्रीनिंग टेस्ट कराना भी कैंसर के जोखिम की पहचान के लिए महत्वपूर्ण है।