मेरा दिमाग ठंडा है, लेकिन... बीकानेर में PM मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें
Webdunia Hindi May 22, 2025 10:42 PM

Modis rally in Bikaner district of Rajasthan: पाकिस्तान से लगे राजस्थान के बीकानेर जिले के पलाना में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जमकर गरजे। उन्होंने आतंकवाद और पहलगाम हमले को लेकर पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा की, भारतीय सेना की भी खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। आइए जानते हैं प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें....
- पाकिस्तान भारत से कभी सीधी लड़ाई जीत ही नहीं सकता। जब भी सीधी लड़ाई होती है तो बार-बार पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ती है। इसलिए पाकिस्तान ने आतंकवाद को भारत के खिलाफ लड़ाई का हथियार बनाया है।
- पहलगाम हमले के बाद हमारी सरकार ने तीनों सेनाओं को खुली छूट दे दी थी और तीनों सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए ऐसा चक्रव्यूह रचा कि पाकिस्तान को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया।
- परमाणु बम की गीदड़ भभकियों से भारत डरने वाला नहीं है। अब पाकिस्तान के साथ न ट्रेड (व्यापार) होगा न टॉक (वार्ता)। बात होगी तो सिर्फ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) की।
- आतंकवाद और उसका समर्थन करने वालों में कोई अंतर नहीं है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने 22 मिनट में पाकिस्तान स्थित 9 आतंकवादी ठिकाने तबाह कर दिए।
- जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिला दिया। दुश्मनों ने सिंदूर को बारूद बनते देखा है। आतंक का फन कुचलने की यही हमारी रीति नीति है। मोदी नसों में लहू नहीं गर्म सिंदूर बह रहा है।
- दुनिया के देशों में भेजे जाने वाले भारतीय प्रतिनिधिमंडल की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा- पूरी दुनिया में पाकिस्तान की पोल खोल रहे हैं। अब पाकिस्तान का असली चेहरा दुनिया को दिखाएंगे।
- मोदी का दिमाग ठंडा है, लेकिन लहू गर्म रहता है। यही कारण है कि आज पाकिस्तान का रहीम यार खान एयरबेस आईसीयू में है। भारतीय वायुसेना ने इस एयरबेस को निशाना बनाया था। यह न्याय का नया स्वरूप है, यह ऑपरेशन सिंदूर है।
- पहलगाम हमले के बाद जो समझते थे कि भारत चुप रहेगा, अब वे घरों में दुबके हुऐ हैं। ये सिर्फ आक्रोश नहीं भारत का रौद्र रूप है। भारत पर यदि आतंकवादी हमला हुआ तो करारा जवाब मिलेगा।
- जिन्हें हथियारों पर घमंड था, वह अब मलबे में दबे बैठे हैं। दुनिया का कोई भी देश हमारे संकल्प को डिगा नहीं सकता।
- 22 अप्रैल को गोलियां पहलगाम में चली थीं, लेकिन 140 करोड़ देशवासियों का सीना छलनी हुआ था। इसके बाद हर देशवासी ने एकजुट होकर संकल्प लिया था कि आतंकवादियों को मिट्टी में मिला देंगे, उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा देंगे। सेना के शौर्य से हम उस प्रण पर खरे उतरे हैं।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala