क्या नोज कोन में छेद होने से विमान गिर सकता है: हाल ही में इंडिगो की एक उड़ान में नोज कोन में छेद हो गया। दरअसल, यह घटना ओलों के कारण हुई, जिससे विमान को आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। एविएशन विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे मामलों में पायलट विमान को सुरक्षित रूप से उतारने का प्रयास करते हैं। इसलिए, नोज में छेद होने से विमान तुरंत नहीं गिरता, लेकिन यह उड़ान को अस्थिर कर सकता है, जिससे पायलट को अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ती है।
विमान विभिन्न सामग्रियों का मिश्रण होते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, विमान को हल्का, मजबूत और टिकाऊ बनाने पर जोर दिया जाता है। जानकारी के अनुसार, हवाई जहाज का मुख्य ढांचा एल्यूमीनियम मिश्र धातु से निर्मित होता है, जो हल्का होने के कारण ईंधन की खपत को कम करता है।
विमान बनाने में टाइटेनियम और कार्बन फाइबर कंपोजिट का भी उपयोग किया जाता है, जो अतिरिक्त मजबूती प्रदान करते हैं। इंजन के निर्माण में टाइटेनियम और निकल का उपयोग होता है, क्योंकि ये उच्च तापमान और दबाव को सहन कर सकते हैं।
विमान के पंखों को कार्बन फाइबर कंपोजिट और एल्यूमीनियम से बनाया जाता है। लैंडिंग गियर स्टील और टाइटेनियम से निर्मित होते हैं, जो टेकऑफ और लैंडिंग में मदद करते हैं। विमान के टायर सिंथेटिक रबर और नायलॉन से बने होते हैं, जिनमें नाइट्रोजन गैस भरी जाती है।
टर्बुलेंस अस्थिर हवा होती है, जो विमान की उड़ान को प्रभावित कर सकती है। यह तब होता है जब हवा की गति और दिशा अचानक बदलती है। अधिकतर मामलों में, टर्बुलेंस खतरनाक नहीं होता, लेकिन कभी-कभी यह गंभीर हो सकता है।
कारण:
यात्री ये करें:
प्लेन की नोज कोन विमान के आगे का हिस्सा होता है, जो हवा के प्रतिरोध को कम करने में मदद करता है। यदि नोज में छेद हो जाए, तो यह विमान की एयरोडायनामिक स्थिरता को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, आधुनिक विमानों को इस तरह की क्षति सहन करने के लिए डिजाइन किया गया है।