सौर ऊर्जा प्रणाली बिजली की खपत के लिए एक उत्कृष्ट समाधान है। अडानी कंपनी ने अब 5 किलोवाट का सोलर सिस्टम बाजार में पेश किया है।
सौर प्रणाली को स्थापित करना एक प्रभावी और स्वच्छ ऊर्जा प्राप्त करने का तरीका है, जो नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग करके जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करता है। यह ऊर्जा की आवश्यकताओं को पूरा करने का एक विश्वसनीय और स्थायी उपाय है। अडानी सोलर इस क्षेत्र में एक प्रमुख ब्रांड है, जो न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी शीर्ष सौर उत्पादकों में से एक है। इस लेख में, हम अडानी के 5 किलोवाट सोलर सिस्टम की स्थापना की कुल लागत और उपलब्ध सब्सिडी के बारे में जानकारी साझा करेंगे।
यदि आपकी बिजली की खपत अधिक है, तो 5 किलोवाट का सोलर सिस्टम एक उपयुक्त विकल्प है। यह प्रणाली प्रतिदिन 20 से 30 यूनिट बिजली की आवश्यकता को पूरा कर सकती है, जिससे लाभार्थियों के बिजली बिल में कमी आएगी। यदि आपने ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम स्थापित किया है, तो आपको अतिरिक्त बिजली से आय भी हो सकती है। इसके अलावा, आप सब्सिडी के लिए आवेदन करने का अवसर भी प्राप्त कर सकते हैं।
यदि आपके घर या कार्यस्थल का दैनिक बिजली खर्च 20 यूनिट तक है, तो 5 किलोवाट क्षमता का सोलर सिस्टम आपके लिए सही रहेगा। यह प्रणाली उच्च प्रदर्शन प्रदान करती है और बिजली की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक बेहतरीन समाधान है। अडानी का 5 किलोवाट सोलर सिस्टम उच्च दक्षता और अधिक उत्पादन के साथ कार्य करता है।
5 किलोवाट क्षमता के सोलर सिस्टम के लिए लगभग 9 सोलर पैनलों की आवश्यकता होती है, जिनकी क्षमता 550 वाट होती है। यदि आपका बजट सीमित है, तो आप पॉलीक्रिस्टलाइन तकनीक के सोलर पैनलों का चयन कर सकते हैं, जो 22 से 24 रुपये प्रति वाट की दर पर उपलब्ध हैं। यदि आपके पास अधिक बजट है, तो मोनोक्रिस्टलाइन पैनल का चयन करें, जो लगभग 28 से 30 रुपये प्रति वाट पर मिलते हैं। ये पैनल पॉलीक्रिस्टलाइन की तुलना में अधिक दक्षता प्रदान करते हैं।
अपने ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम के लिए, आपको एक सोलर इन्वर्टर भी खरीदना होगा, जो सोलर पैनलों से प्राप्त डीसी करंट को एसी में परिवर्तित करता है। अडानी का 5kVA सोलर इन्वर्टर लगभग 40 से 50 हजार रुपये में उपलब्ध है और यह एक समय में 4800W तक के लोड को संभाल सकता है।