टाटा कंपनी सोलर उत्पादों के क्षेत्र में अग्रणी मानी जाती है, जो उच्च गुणवत्ता वाले सोलर सिस्टम को प्रतिस्पर्धी कीमतों पर उपलब्ध कराती है। यदि आप अपने घर में सोलर पैनल लगाने का विचार कर रहे हैं, तो टाटा पावर सोलर एक बेहतरीन विकल्प है, जो लंबे समय तक लाभ प्रदान करता है। इस लेख में, हम टाटा के 1 किलोवाट सोलर सिस्टम की स्थापना की लागत के बारे में जानकारी साझा करेंगे।
टाटा पावर आवासीय और व्यावसायिक उपयोग के लिए सोलर सिस्टम का निर्माण करती है, जिसमें ग्राहक विभिन्न प्रकार के सिस्टम का चयन कर सकते हैं। टाटा कंपनी ऑन-ग्रिड और ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम दोनों प्रदान करती है। ऑन-ग्रिड सिस्टम में सोलर पैनल के साथ इन्वर्टर, ACDB/DCDB और अन्य उपकरणों की आवश्यकता होती है। वहीं, ऑफ-ग्रिड सिस्टम में सोलर बैटरी शामिल होती है, जिससे इसकी लागत बढ़ जाती है।
यदि आपके घर की मासिक बिजली खपत 800 यूनिट है, तो आप 1 किलोवाट का सोलर सिस्टम स्थापित कर सकते हैं। इस सिस्टम की स्थापना में आपको बिना सरकारी सब्सिडी के लगभग 70,000 रुपये खर्च करने होंगे। टाटा सोलर कंपनी इस सिस्टम पर 5 साल की वारंटी भी प्रदान करती है।
टाटा के 1 kW सोलर पैनल की कुल लागत कई कारकों पर निर्भर करती है, जिसमें सोलर पैनल के प्रकार और अन्य उपकरणों की कीमत शामिल है। टाटा पॉलीक्रिस्टलाइन और मोनोक्रिस्टलाइन PERC दोनों प्रकार के सोलर पैनल का निर्माण करती है। पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल किफायती होते हैं, जबकि मोनोक्रिस्टलाइन पैनल बेहतर दक्षता और प्रदर्शन प्रदान करते हैं।
1 kW सोलर सिस्टम के लिए, आपको 330 वाट के सोलर पैनल की स्थापना करनी होगी, जिसकी कीमत 30 रुपये प्रति वाट होगी। इसके अलावा, आपको एक सोलर इन्वर्टर की भी आवश्यकता होगी, जो लगभग 20,000 रुपये में उपलब्ध है।
केंद्र सरकार सोलर पैनल स्थापित करने के लिए सब्सिडी प्रदान करती है, जिससे लागत में कमी आती है। 1 से 3 kW क्षमता के सोलर पैनलों पर 40% की सब्सिडी उपलब्ध है। इस सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए आपको आवेदन करना होगा, और इसकी जानकारी आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है।
सोलर पैनल (330W x 3) | 35 हजार रुपये |
टाटा PCU सोलर इन्वर्टर | 20 हजार रुपये |
माउंटिंग और इंस्टालेशन कॉस्ट | 20 हजार रुपये |
कुल खर्चा | 75 हजार रुपये |