गर्मी के मौसम में जब तापमान असहनीय हो जाता है, तो लोग राहत पाने के लिए एयर कंडीशनर (एसी) का सहारा लेते हैं। ठंडी हवा में आरामदायक नींद मिलती है और दिनभर की थकान दूर हो जाती है। लेकिन हाल के दिनों में एक सवाल तेजी से सोशल मीडिया और लोगों की बातचीत में उभरा है—क्या वाकई AC में सोने से हड्डियां गलने लगती हैं? इस सवाल ने कई लोगों को चिंतित कर दिया है, खासकर बुजुर्गों और बच्चों के माता-पिता को। आइए जानते हैं कि इस दावे के पीछे कितनी सच्चाई है और विज्ञान इस पर क्या कहता है।
“AC हड्डियों को गलाता है”—यह कथन सुनने में जितना डरावना लगता है, उतना ही भ्रमित करने वाला भी है। विज्ञान की भाषा में बात करें, तो एसी का सीधा असर हड्डियों को गलाने जैसा नहीं होता। लेकिन, इसका गलत या अत्यधिक इस्तेमाल शरीर में कुछ नकारात्मक प्रभाव जरूर डाल सकता है। खासतौर पर जब हम लंबे समय तक अत्यधिक ठंडे वातावरण में रहते हैं, तो शरीर का तापमान गिरने लगता है। इस स्थिति में मांसपेशियों और जोड़ों में जकड़न (कठोरता) आ सकती है, जो गठिया (वात रोग) जैसी समस्याओं को जन्म दे सकती है, या पहले से मौजूद समस्याओं को और बढ़ा सकती है।
AC हमारे शरीर पर कई अप्रत्यक्ष प्रभाव डाल सकता है। जब आप लंबे समय तक AC के ठंडे वातावरण में रहते हैं, तो आपका शरीर धूप से दूर रहने लगता है। इससे शरीर में विटामिन D की कमी हो सकती है। विटामिन D हड्डियों के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व है, जो कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं।
इसके अलावा, AC हवा को सूखा बनाता है। इससे स्किन ड्राई होने लगती है और शरीर में पानी की मात्रा घटने लगती है। जब जोड़ों में ड्रायनेस आती है, तो हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द की शिकायत आम हो जाती है। यह खासकर उन लोगों के लिए अधिक खतरनाक है, जो पहले से ही आर्थराइटिस या हड्डियों से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित हैं।
AC के अत्यधिक इस्तेमाल से इम्यून सिस्टम भी प्रभावित हो सकता है। जब हमारा शरीर लगातार ठंडे वातावरण में रहता है, तो वह बाहरी तापमान में अचानक बदलाव को संभाल नहीं पाता। इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर पड़ सकती है, और इससे संक्रमण या अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
बुजुर्गों और बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अपेक्षाकृत कमजोर होती है। AC में अधिक समय बिताने से उनके शरीर में तापमान असंतुलन हो सकता है, जिससे ठंड लगना, जोड़ों में दर्द, सर्दी-खांसी और अन्य बीमारियां हो सकती हैं। खासकर बुजुर्ग जिनकी हड्डियां पहले ही कमजोर होती हैं, उनके लिए AC का गलत उपयोग नुकसानदेह हो सकता है।
अगर आप AC का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें। सबसे पहले, AC का तापमान बहुत कम न रखें। 24 से 26 डिग्री सेल्सियस का तापमान शरीर के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। इससे शरीर को ठंडक भी मिलती है और तापमान असंतुलन की समस्या भी नहीं होती।
दूसरा, सीधे ठंडी हवा को अपने शरीर पर न पड़ने दें। ठंडी हवा सीधा शरीर पर पड़ने से मांसपेशियों में अकड़न आ सकती है। इसके अलावा, कमरे में थोड़ी नमी बनाए रखें। इसके लिए आप ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल कर सकते हैं या कमरे में एक पानी से भरा बर्तन रख सकते हैं। इससे स्किन और जोड़ों में ड्रायनेस नहीं होगी।
धूप में थोड़ा समय बिताना बेहद जरूरी है, ताकि शरीर को प्राकृतिक रूप से विटामिन D मिल सके। खासकर सुबह की हल्की धूप में बैठना फायदेमंद होता है। साथ ही, बच्चों और बुजुर्गों की जोड़ों की नियमित मालिश तेल से करें, ताकि रक्त संचार बना रहे और जोड़ मजबूत रहें।
एसी हड्डियों को सीधे नहीं गलातालेकिन इसका गलत या अत्यधिक उपयोग शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। यह कहना गलत नहीं होगा कि आधुनिक जीवनशैली में AC एक आवश्यकता बन गया है, लेकिन इसके इस्तेमाल में लापरवाही स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती है। सही जानकारी और सावधानी बरतते हुए AC का उपयोग किया जाए, तो आप गर्मी से भी राहत पा सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को भी सुरक्षित रख सकते हैं।