नई दिल्ली। गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया भाषण को लेकर कांग्रेस ने उन पर कटाक्ष किया है। पार्टी ने कहा है कि मोदी का बोलने का तरीका फिल्मों के संवादों की तरह है और उनका आचरण एक गंभीर नेता के अनुरूप नहीं है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में शामिल आतंकियों की गिरफ्तारी न होने का मुद्दा भी उठाया। मंगलवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि देश को कई महत्वपूर्ण सवालों के जवाब नहीं मिले हैं, जिनमें से एक यह है कि पाकिस्तान के साथ सीजफायर समझौता किन शर्तों पर हुआ था।
पवन खेड़ा ने कहा, 'मोदी इन महत्वपूर्ण सवालों के जवाब देने के बजाय फिल्मी संवादों में उलझे हुए हैं और उनके सांसद ओछी राजनीति कर रहे हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'पीएम मोदी कभी प्रेम चोपड़ा की तरह तो कभी परेश रावल की तरह संवाद बोलते हैं। कभी कहते हैं कि सिंदूर मेरी रगों में बहता है। गोलियां खाओ, रोटियां खाओ जैसे संवाद बोल रहे हैं। क्या यही एक गंभीर नेता का व्यवहार होता है?'
खेडा ने यह भी कहा कि मोदी सरकार की विदेश नीति के कारण भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग थलग पड़ गया है। उन्होंने कहा, 'हमारी विदेश नीति का परिणाम यह है कि नेपाल और भूटान भी हमारे साथ नहीं खड़े हैं, जबकि संघर्ष के दौरान चीन ने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया।'
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी ने आगे कहा, 'मोदी सरकार की विदेश नीति का नतीजा यह है कि कुवैत ने पाकिस्तान पर से वीजा पाबंदियां हटा दी हैं और कुवैत, पाकिस्तान के साथ लेबर ट्रीटी साइन करने वाला है। वहीं, यूएई ने पाकिस्तान को पांच साल की वीजा अनुमति दे दी है।' उन्होंने यह भी कहा कि ईरान ने स्पष्ट रूप से कहा है कि पाकिस्तान आतंकवाद को शरण देता है, जबकि मोदी सरकार के ट्रोल्स ईरान के बारे में अपमानजनक टिप्पणियां करते हैं।
पवन खेड़ा ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि केंद्र की विदेश नीति ट्रोल्स द्वारा निर्धारित की जा रही है। वे कभी इस्लामाबाद तो कभी कराची में हमले और कब्जे की बातें करते हैं। मोदी सरकार को ट्रोल्स चला रहे हैं, वही प्रेरित कर रहे हैं और वही संचालन कर रहे हैं। इसका परिणाम सभी के सामने है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खुद एक ट्रोलर की भाषा बोलने लगे हैं, जो कि एक गंभीर चिंता का विषय है।