चुकंदर का जूस (चुकंदर का रस) अपने पोषक तत्वों और हेल्थ बेनिफिट्स के लिए खूब चर्चित है। यह शरीर में खून की कमी, थकान, एनीमिया और हाई बीपी जैसी स्थितियों में बेहद असरदार माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आपको लो बीपी (कम रक्तचाप) की समस्या है, तो चुकंदर का जूस आपकी सेहत के लिए खतरे की घंटी बन सकता है? हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लो बीपी के मरीजों को चुकंदर का जूस पीने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि यह स्थिति को और गंभीर बना सकता है।
चुकंदर का रस शरीर में नाइट्रेट्स (नाइट्रेट्स) की मात्रा को बढ़ाता है, जो कि रक्त वाहिकाओं को रिलैक्स करता है और ब्लड फ्लो को बेहतर बनाता है। यही कारण है कि यह हाई ब्लड प्रेशर (High BP) के मरीजों के लिए बेहद लाभकारी होता है। लेकिन जब बात लो बीपी की होती है, तो यही गुण खतरनाक साबित हो सकते हैं। नाइट्रेट्स की वजह से ब्लड प्रेशर और भी गिर सकता है, जिससे व्यक्ति को चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना और यहां तक कि बेहोशी की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. रामिता कौर के अनुसार, “लो बीपी वाले मरीजों को चुकंदर का जूस पीने से बचना चाहिए क्योंकि यह शरीर में पहले से ही कम हो चुके ब्लड प्रेशर को और घटा सकता है। इससे शरीर में ऑक्सीजन सप्लाई बाधित हो सकती है, जिससे चक्कर, धुंधला दिखना, थकान और कभी-कभी बेहोशी तक हो सकती है।”
उन्होंने यह भी बताया कि यदि किसी व्यक्ति को पहले से ही हाइपोटेंशन (हाइपोटेंशन) की समस्या है, तो उन्हें अपनी डाइट में ऐसे तत्वों को शामिल करना चाहिए जो ब्लड प्रेशर को स्थिर बनाए रखें, न कि और गिराएं।
अगर आप लो बीपी के मरीज हैं और अनजाने में चुकंदर का जूस पी लेते हैं, तो कुछ खास लक्षणों पर तुरंत ध्यान देना जरूरी है। जैसे कि अचानक कमजोरी लगना, सिर घूमना, हाथ-पैर ठंडे पड़ जाना, पसीना आना या आंखों के सामने अंधेरा छा जाना। ये सभी संकेत इस बात के हैं कि ब्लड प्रेशर और नीचे गिर रहा है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
अगर आपकी दिनचर्या में पहले से ब्लड प्रेशर लो रहता है, या आपको बार-बार चक्कर आने की शिकायत रहती है, तो आपको चुकंदर के रस से दूरी बना लेनी चाहिए। इसके अलावा जो लोग पहले से दवा ले रहे हैं ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के लिए, उन्हें भी डॉक्टर की सलाह के बिना इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
हालांकि चुकंदर का रस लो बीपी वालों के लिए नुकसानदायक हो सकता है, लेकिन यह हाई बीपी, खून की कमी (Anemia), थकान और स्टैमिना की कमी जैसे मामलों में बहुत प्रभावशाली है। एथलीट्स और फिटनेस में रुचि रखने वाले लोग अक्सर इसे अपनी डाइट में शामिल करते हैं, ताकि उनकी परफॉर्मेंस बेहतर हो सके। साथ ही, यह शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को भी कम करता है।
किसी भी हेल्दी चीज का लाभ तभी मिलता है जब उसे सही व्यक्ति, सही मात्रा और सही समय पर ले। चुकंदर का जूस भले ही नेचुरल और पोषक हो, लेकिन यह हर शरीर के लिए उपयुक्त नहीं होता। अगर आप लो बीपी के शिकार हैं, तो यह आपको फायदा देने के बजाय नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए किसी भी नई चीज को डाइट में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है।
आयुर्वेद के अनुसार, चुकंदर का रस पित्त और वात दोष को बढ़ा सकता है। लो बीपी की स्थिति में वात दोष अक्सर सक्रिय होता है, इसलिए चुकंदर जैसे ठंडे और रक्तचाप कम करने वाले तत्व का सेवन इससे जुड़ी समस्याओं को और गहरा कर सकता है। आयुर्वेदिक चिकित्सकों की राय भी यही है कि लो बीपी वालों को यह रस नहीं पीना चाहिए।