सौरव गांगुली: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) वनडे क्रिकेट के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए महत्वपूर्ण परिवर्तनों पर विचार कर रही है। टी20 क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता ने टेस्ट क्रिकेट के साथ-साथ वनडे फॉर्मेट पर भी असर डाला है। इस फॉर्मेट को जीवित रखने के लिए ICC पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली की सलाह पर गंभीरता से विचार कर रही है। जुलाई 2025 से वनडे क्रिकेट में नए नियम लागू होने की संभावना है, जो खेल को और भी रोमांचक बना सकते हैं।
वनडे क्रिकेट को टेस्ट और टी20 का बेहतरीन मिश्रण माना जाता है, लेकिन हाल के वर्षों में इसकी लोकप्रियता में गिरावट आई है। इसके लिए ICC के कुछ नियमों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, जैसे कि दो नई गेंदों का उपयोग, मैदान पर कम फील्डरों की अनुमति और बल्लेबाजों के पक्ष में नियम। इन परिवर्तनों ने वनडे क्रिकेट के मूल रोमांच को प्रभावित किया है।
पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने ICC को सुझाव दिया है कि वनडे क्रिकेट में दो गेंदों के नियम को समाप्त किया जाना चाहिए। गांगुली का मानना है कि यह नियम गेंदबाजों के लिए कठिनाई पैदा करता है और खेल के संतुलन को प्रभावित करता है। ICC ने उनकी सलाह को गंभीरता से लिया है और अब इस नियम में बदलाव की तैयारी कर रही है।
ICC जुलाई 2025 से वनडे क्रिकेट में नया नियम लागू करने की योजना बना रही है। नए नियम के अनुसार, वनडे मैच की शुरुआत दो नई गेंदों से होगी, लेकिन 34 ओवर पूरे होने के बाद फील्डिंग टीम को यह चुनने का अवसर मिलेगा कि वे एक ही गेंद से खेल जारी रखना चाहते हैं। इसका मतलब है कि 35वें ओवर से लेकर मैच के अंत तक केवल एक गेंद का उपयोग किया जाएगा। यह बदलाव गेंदबाजों को लाभ पहुंचा सकता है और बल्लेबाजी-गेंदबाजी के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद करेगा।
ICC केवल गेंद के नियम तक सीमित नहीं रहने वाली है। वनडे और टेस्ट क्रिकेट में कुछ अन्य नियमों में भी बदलाव की संभावना है। इनमें कॉन्कशन रिप्लेसमेंट, बाउंड्री लाइन पर कैच और डीआरएस से जुड़े नियम शामिल हैं।