किचन वह स्थान है जहाँ कई ऐसी वस्तुएँ होती हैं जिनका नियमित उपयोग नहीं होता, फिर भी वे वहाँ रखी रहती हैं। वहीं, कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिनका रोजाना उपयोग किया जाता है, जैसे प्लास्टिक की बोतलें, एल्युमिनियम के बर्तन, और रिफाइंड तेल।
हालांकि, ये सामान्य लगते हैं, लेकिन इनका स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि ये रोजाना की आदतें आपकी सेहत को कितना नुकसान पहुँचा सकती हैं। आइए जानते हैं उन पांच चीजों के बारे में जिन्हें किचन में कम करने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ कम हो सकती हैं।
किचन से प्लास्टिक को हटाना जरूरी है।
प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। प्लास्टिक की बोतलें और कंटेनर बीपीए (BPA) जैसे हानिकारक रसायनों से भरे होते हैं, जो खाने और पानी में मिलकर स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकते हैं।
1) बीपीए से दिल और मस्तिष्क की समस्याएँ हो सकती हैं।
2) प्लास्टिक में खाद्य पदार्थ रखने से उनकी खुशबू में बदलाव आ सकता है।
3) प्लास्टिक में अधिक खाना रखने से शरीर में वसा बढ़ सकता है।
4) बच्चों में यह रसायन चाइल्डहुड ओबेसिटी का कारण बन सकता है।
एल्युमिनियम बर्तनों का उपयोग कम करें।
किचन में एल्युमिनियम का उपयोग आम है, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
1) एल्युमिनियम में खाना पकाने से पेट की समस्याएँ हो सकती हैं।
2) यह कुछ एसिडिक खाद्य पदार्थों के साथ प्रतिक्रिया करता है।
3) इसके साथ कई खाद्य पदार्थों का रासायनिक प्रतिक्रिया टॉक्सिक हो सकता है।
4) स्टील या लोहे के बर्तनों का उपयोग करना बेहतर है।
खुले मसालों का उपयोग न करें।
खुले मसाले एक महीने के बाद खराब होने लगते हैं।
1) छोटे पैकेट्स में मसाले खरीदें।
2) घर में मसाले भूनकर उनका उपयोग करें।
3) मसालों को स्टील या बोन चाइना के बर्तनों में रखें।
माइक्रोवेव का उपयोग कम करें।
खाना गर्म करने के लिए माइक्रोवेव का अत्यधिक उपयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
रिफाइंड तेल का उपयोग न करें।
रिफाइंड तेल कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने का कारण बन सकता है और यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।