भोपाल में PM मोदी ने फिर दी पाकिस्तान को चुनौती, कहा-गोली का जवाब गोले से मिलेगा
Samachar Nama Hindi May 31, 2025 09:42 PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर पाकिस्तान को चुनौती दी है। भोपाल में उन्होंने कहा कि गोली का जवाब गोली से दिया जाएगा। सिंदूर भारत की वीरता का प्रतीक बन गया है। मोदी ने कहा कि आतंकवादियों ने नारी शक्ति को चुनौती दी थी। यह चुनौती उनके और उनके गुरुओं के लिए चुनौती बन गई। हमारी सेना ने दुश्मन के घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर घुसकर उनके आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। ऑपरेशन सिंदूर भारत के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा सफल ऑपरेशन है। भोपाल में देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर आयोजित महिला शक्तिकरण महासम्मेलन में पीएम ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर का नाम सुनते ही मन में श्रद्धा का भाव जाग उठता है। उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बताने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की 3 मुख्य बातें

1. ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान: कहा गया है कि आतंकवादियों के जरिए छद्म युद्ध नहीं छेड़ा जाएगा। अब वे घर में घुसकर भी मारेंगे और जो भी आतंकियों की मदद करेगा, उसे भी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। 140 करोड़ देशवासी कह रहे हैं गोली मारोगे तो मान के चलो गोली का जवाब से दिया जी।

पहलगाम में आतंकियों ने न सिर्फ भारतीयों का खून बहाया, बल्कि हमारी संस्कृति पर भी हमला किया। उन्होंने समाज को बांटने की कोशिश की। सबसे बड़ी बात यह है कि आतंकियों ने भारत की नारी शक्ति को चुनौती दी है। यह चुनौती आतंकियों और उनके आकाओं के लिए काल बन गई है।

2. महिलाओं से जुड़ी योजनाएं: 2014 से पहले 30 करोड़ महिलाएं ऐसी थीं, जिनके पास बैंक खाते नहीं थे। हमारी सरकार ने उनके खाते खुलवाए हैं और अलग-अलग योजनाओं का पैसा उनके खातों में भेज रही है। मुद्रा योजना से बिना गारंटी वाला लोन मिलता है। मुद्रा योजना के 75 प्रतिशत से ज्यादा लाभार्थी हमारी माताएं-बहनें हैं। देश में 10 करोड़ बहनें स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं।

आज सरकार हर घर में नल का पानी पहुंचा रही है, ताकि हमारी माताओं-बहनों को असुविधा न हो। बेटियां अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे सकें। करोड़ों लोगों के पास पहले बिजली, रसोई गैस और शौचालय जैसी सुविधाएं नहीं थीं। ये सुविधाएं भी हमारी सरकार ने दीं। ये सिर्फ सुविधाएं नहीं हैं, ये माताओं-बहनों के सम्मान का हमारा एक विनम्र प्रयास है।

3. प्रदेश की विकास परियोजनाएं: आज इंदौर मेट्रो शुरू हो गई है। दतिया और सतना भी अब हवाई सेवा से जुड़ गए हैं। ये सभी परियोजनाएं मध्य प्रदेश में सुविधाएं बढ़ाएंगी, विकास को गति देंगी और रोजगार के अनेक नए अवसर पैदा करेंगी। आज इस पावन दिवस पर मैं आप सभी को और पूरे मध्य प्रदेश को विकास के इन कार्यों के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

पीएम मोदी के भाषण में लोकमाता देवी अहिल्या बाई से जुड़ी 10 बड़ी बातें

1. दृढ़ इच्छा शक्ति और प्रतिबद्धता
देवी अहिल्याबाई इस बात की प्रतीक हैं कि जब इच्छा शक्ति हो, दृढ़ प्रतिबद्धता हो, तो परिस्थितियां कितनी भी विपरीत क्यों न हों, परिणाम दिखाए जा सकते हैं।

2. गरीबों को सशक्त बनाने का कार्य
लोकमाता अहिल्याबाई ने प्रभुसेवा और जनसेवा को कभी अलग नहीं माना। उन्होंने कांटों का ताज पहना और गरीबों को सशक्त बनाने का काम किया।

3. काशी विश्वनाथ में देवी अहिल्याबाई की मूर्ति
जब देश की संस्कृति और मंदिरों पर आक्रमण हो रहे थे, तब लोकमाता ने उनकी रक्षा का बीड़ा उठाया। देश में कई मंदिरों और तीर्थस्थलों का पुनर्निर्माण कराया।

4. सुशासन, उद्योग और रोजगार
शासन के बेहतरीन मॉडल में गरीबों और वंचितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई। उन्होंने रोजगार और उद्यम के लिए कई योजनाएं शुरू कीं।

5. खेती-किसानी से आय
उन्होंने कृषि को बढ़ावा देने के लिए नहरों का जाल बिछाया, उन्होंने 300 साल पहले जल संरक्षण के लिए कई तालाब बनवाए।

6. कपास और मसालों की खेती
उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने के लिए कपास और मसालों की खेती को प्रोत्साहित किया। आज हमें किसानों को बार-बार यह बताना होगा कि फसल विविधीकरण बहुत ज़रूरी है।

7. हुनर की पारखी
विश्व प्रसिद्ध माहेश्वरी ने साड़ियों का नया उद्योग खड़ा किया है। कम ही लोग जानते होंगे कि देवी अहिल्या हुनर की पारखी थीं, वे गुजरात के जूनागढ़ से कुछ कारीगरों को लेकर आई थीं।

8. बेटियों की शादी की उम्र
उस समय मैं बेटियों की शादी की उम्र के बारे में सोचता था। उनकी खुद की शादी कम उम्र में हो गई थी। लेकिन उन्हें पता था कि बेटियों के विकास के लिए कौन सा रास्ता होना चाहिए।

9. संपत्ति में महिलाओं का अधिकार
महिलाओं को भी संपत्ति का अधिकार है, जिनके पति की असमय मृत्यु हो गई है, वे दोबारा शादी कर सकती हैं। उस समय ये काम करना बहुत मुश्किल था। लोकमाता ने इन सामाजिक सुधारों का पुरजोर समर्थन किया।

10. सेना में महिलाओं की भागीदारी
मालवा की सेना में एक विशेष महिला इकाई भी बनाई गई थी। यह बात पश्चिमी दुनिया के लोगों को पता नहीं है। वे हमें कोसते रहते हैं। ढाई-तीन सौ साल पहले हमारे देश में सेना में महिलाएं....

11. कर्ज है, जो हमें चुकाना है
देवी अहिल्या का एक प्रेरक कथन है जिसे हम कभी नहीं भूल सकते। सीधे शब्दों में कहें तो जनता ने हमें जो दिया है, वह कर्ज है जिसे हमें चुकाना है।

ऐसे जुड़ी सरकार लोकमाता देवी अहिल्या के काम से

पीएम मोदी ने कहा, हमारी सरकार लोकमाता देवी अहिल्याबाई के मूल्यों पर काम कर रही है। नागरिक ईश्वर: यही आज शासन का मंत्र है। सरकार की हर बड़ी योजना के केंद्र में माताएं, बहनें और बेटियां हैं।

1. पीएम आवास: गरीबों के लिए 4 करोड़ घर बनाए गए हैं। इनमें से ज्यादातर घर हमारी माताओं-बहनों के नाम पर हैं। इनमें से कई माताएं-बहनें ऐसी हैं, जिनका नाम पहली बार दर्ज हुआ है। कई बहनें पहली बार गृहिणी बनी हैं। आज सरकार हर घर में नल का पानी पहुंचा रही है, ताकि हमारी माताओं-बहनों को असुविधा न हो। बेटियां अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे सकें।

2. उज्ज्वला, स्वच्छ भारत: करोड़ों लोगों के पास पहले बिजली, रसोई गैस और शौचालय जैसी सुविधाएं नहीं थीं। ये सुविधाएं भी हमारी सरकार ने दीं। ये सिर्फ सुविधाएं नहीं हैं, ये माताओं-बहनों के सम्मान का हमारा एक विनम्र प्रयास है। इससे उनके जीवन से कई मुश्किलें कम हुई हैं।

3. आयुष्मान भारत: पहले माताएं-बहनें अपनी बीमारी छिपाने को मजबूर थीं। वे गर्भावस्था के दौरान अस्पताल जाने से बचती थीं। उन्हें लगता था कि यह परिवार पर बोझ होगा। इसलिए इससे तकलीफ हो सकती है। आयुष्मान भारत योजना ने इस चिंता को भी खत्म कर दिया है। अब वे भी अस्पताल में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज करा सकती हैं।

4. जन-धन योजना: महिलाओं के लिए पढ़ाई और दवाई के साथ-साथ आय भी बहुत जरूरी है। जब महिलाओं के पास अपनी आय होती है, तो घर में उनका आत्मसम्मान बढ़ता है। घर के फैसलों में उनकी भागीदारी बढ़ती है। पिछले 11 सालों में हमारी सरकार ने देश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का काम किया है।

5. मुद्रा लोन: मुद्रा योजना से बिना गारंटी वाला लोन मिलता है। मुद्रा योजना की 75 प्रतिशत से ज्यादा लाभार्थी हमारी माताएं-बहनें हैं। देश में 10 करोड़ बहनें स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं। सरकार इन बहनों को अपनी कमाई का जरिया बनाने में मदद कर रही है।

6. लखपति दीदी: हमने ऐसी 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। डेढ़ करोड़ से ज़्यादा बहनें करोड़पति बहनें बन चुकी हैं। बीमा सखियाँ बनाने का अभियान भी शुरू किया गया है।

7. नमो ड्रोन दीदी अभियान: एक समय था जब महिलाओं को नई तकनीक से दूर रखा जाता था। हमारा देश आज उस दौर को पीछे छोड़ रहा है। आज सरकार हमारी बहनों को आधुनिक तकनीक में भी आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है।

खेती में ड्रोन क्रांति आ रही है। हमारी बहनें इसका नेतृत्व कर रही हैं। नमो ड्रोन दीदी अभियान गांव की बहनों को प्रोत्साहित कर उनकी आय बढ़ा रहा है। उनकी नई पहचान बन रही है।

8. शिक्षा और करियर: आज हमारी बेटियाँ बड़ी संख्या में वैज्ञानिक, डॉक्टर, इंजीनियर और पायलट बन रही हैं। यहाँ विज्ञान और गणित पढ़ने वाली लड़कियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सभी बड़े अंतरिक्ष मिशनों में बड़ी संख्या में हमारी बहनें और बेटियाँ काम कर रही हैं।

चंद्रयान 3 मिशन में 100 से ज़्यादा महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर शामिल थीं। स्टार्टअप का दौर। स्टार्टअप के क्षेत्र में भी हमारी बेटियाँ कमाल का काम कर रही हैं। देश में लगभग 45% स्टार्टअप्स के निदेशक हमारी बेटी, हमारी बहन हैं।

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