पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर ₹500 के नोट को लेकर कई तरह की अफवाहें फैल रही हैं, जिससे आम जनता के बीच भ्रम और चिंता का माहौल बन गया है। इन अफवाहों में दावा किया जा रहा है कि ₹500 का नोट जल्द ही चलन से बाहर हो जाएगा या उसे बंद कर दिया जाएगा। हालाँकि, भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इन दावों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है और स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई भी घोषणा नहीं की गई है।
अफवाहों पर ध्यान न दें!
PIB फैक्ट चेक, जो सरकार की आधिकारिक फैक्ट-चेकिंग इकाई है, ने इन सभी भ्रामक संदेशों को गलत करार दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि भारत सरकार या RBI ने ₹500 के नोटों को बंद करने के संबंध में कोई आदेश जारी नहीं किया है। ये अफवाहें सोशल मीडिया पर एक वायरल मैसेज के ज़रिए फैल रही हैं, जिसमें कथित तौर पर 15 नवंबर 2025 को ₹500 के नोटों को बंद करने और ₹1000 के नोटों को वापस लाने का दावा किया गया है। यह पूरी तरह से गलत सूचना है।
पिछली नोटबंदी और वर्तमान स्थिति:
यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि 2016 में हुई नोटबंदी के दौरान 500 रुपये और 1000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया था, जिससे आम जनता को काफी असुविधा हुई थी। उस समय 2000 रुपये और नए 500 रुपये के नोट पेश किए गए थे। बाद में 2000 रुपये के नोट भी सर्कुलेशन से हटा दिए गए थे। इसी पृष्ठभूमि के कारण ₹500 के नोट को लेकर किसी भी अफवाह से लोगों में जल्दी डर फैल जाता है।
केवल आधिकारिक स्रोतों पर विश्वास करें:
भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक जनता से अनुरोध करते हैं कि वे ऐसी किसी भी अनौपचारिक या असत्यापित जानकारी पर विश्वास न करें। मुद्रा और बैंकिंग प्रणाली से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी केवल RBI की आधिकारिक वेबसाइट (rbi.org.in) या पत्र सूचना कार्यालय (PIB) जैसे सरकारी संचार माध्यमों द्वारा ही जारी की जाती है। यदि ₹500 के नोट के संबंध में कोई वास्तविक बदलाव होता है, तो इसकी सूचना आधिकारिक चैनलों के माध्यम से व्यापक रूप से दी जाएगी।
फिलहाल, ₹500 का नोट भारतीय अर्थव्यवस्था का एक वैध और महत्वपूर्ण हिस्सा बना हुआ है। किसी भी भ्रम से बचें और केवल सत्यापित जानकारी पर ही भरोसा करें।