हिसार, 6 जून (Udaipur Kiran) । हरियाणा कर्मचारी महासंघ से संबंधित ऑल हरियाणा पीडब्ल्यूडी
मैकेनिकल कर्मचारी यूनियन ने ग्रामीण जलघरों को ग्राम पंचायतों को सौंपने के विरोध
में रोष प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने ज्ञापन अधीक्षक अभियंता कार्यालय के अधीक्षक
को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा। शुक्रवार को हुए रोष प्रदर्शन की अध्यक्षता
जिला प्रधान सतबीर सुरलिया ने की जबकि संचालन जिला सचिव राजेश नलवा ने किया। इस दौरान
प्रांतीय प्रधान नरेंद्र धीमान व प्रांतीय महासचिव अमरीक सिंह चट्ठा विशेष रूप से उपस्थित
रहे।
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को संबोधित करते हुए प्रांतीय प्रधान नरेंद्र धीमान
ने कहा कि ग्रामीण जलापूर्ति सरकार ग्राम पंचायतों के अधीन कर रही है इसको लेकर कर्मचारी
वर्ग में बहुत अधिक रोष व्याप्त है संगठन इसका घोर विरोध करता हैं। उन्होंने कहा कि
पंचायतों में जलापूर्ति जाने से पूरी ग्रामीण जलापूर्ति व्यवस्था चरमरा जाएगी तथा ग्रामीण
क्षेत्रों में लोग बंट कर गुटबाजी, राजनीतिक दबाव व अन्य कारणों से हर घर तक जल पहुंचाने
का सरकार का सपना कभी पूरा नहीं हो सकता।
अमरीक सिंह चट्ठा ने कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कौशल कर्मचारी
के लिए बनाया गया सेवा सुरक्षा अधिनियम अभी तक धरातल पर लागू नहीं किया गया इस कारण
कच्चे कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है। विभागों में एक्सेस बता कर कौशल कर्मचारियों
को हटाया जा रहा है जिसका उदाहरण पंचायती राज विभाग से सैंकड़ों कौशल कर्मचारी हटा
दिये गये हैं। अपनी चिर-परिचित मांग को दोहराते हुए कर्मचारियों ने कहा कि सरकार पुरानी
पेंशन बहाली पर भी कोई विचार नहीं कर रही है। एक्सग्रेसिया नीति को भी पूर्ण रूप से
लागू नहीं कर रही। कैशलैस कार्ड किसी भी कर्मचारी के लिए उपयोगी सिद्ध नहीं हो रहे।
रोष प्रदर्शन में प्रांतीय संगठन सचिव जगदीश चंद्र, ग्रामीण ब्रांच प्रधान
सुशील कुमार खुंडिया, प्रदीप कुमार, बृजलाल, सुरेश डाबला, इंद्राज फौजी, गुजवि ब्रांच
प्रधान रामनिवास पाली, बरवाला ब्रांच प्रधान जय सिंह, हांसी ब्रांच सचिव प्यारेलाल,
पूर्व ब्रांच प्रधान मनीराम सहित सभी ब्रांचों के पदाधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर