आज के समय में स्ट्रेस हर किसी की जिंदगी का हिस्सा बन गया है. लगातार ऑफिस का प्रेशर, पारिवारिक जिम्मेदारी या पर्सनल जीवन में चल रही परेशानी, सब कुछ मिलकर मेन्टल स्ट्रेस को बढ़ाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह स्ट्रेस केवल आपके दिमाग को ही नहीं, बल्कि आपकी किडनी को भी नुकसान पहुंचा सकता है. आइए डॉ. गौरव गुप्ता (सीनियर साइकियाट्रिस्ट और सी ई ओ – तुलसी हेल्थकेयर नई दिल्ली) से जानते हैं कि आखिर स्ट्रेस में किडनी स्टोन कैसे हो सकता है.
क्या है कनेक्शन?
डॉ. गौरव गुप्ता ने बताया कि जब हम तनाव में होते हैं, तो हमारे शरीर में कोर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है. यह हार्मोन कई शारीरिक क्रियाओं को प्रभावित करता है, जिनमें से एक है यूरिन का बनना और बाहर निकलना. स्ट्रेस की स्थिति में हम कम पानी पीते हैं और पेशाब को रोकने लगते हैं, जिससे शरीर में जमा मिनरल्स जैसे कैल्शियम और ऑक्जेलेट किडनी में जमने लगते हैं और पथरी बनने का खतरा बढ़ता है.
जब कोई व्यक्ति स्ट्रेस में होता है, तो उसका लाइफस्टाइल बदल जाती है, वो व्यक्ति या तो बहुत कम पानी पीता है, गलत खानपान करता है, जंक फूड और कैफीन का ज्यादा सेवन करता है या पूरी नींद नहीं लेता. ये सारी बातें भी किडनी की सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं और पथरी बनने की संभावना को और ज्यादा बढ़ा देती हैं.
प्रिवेंशन-
डॉ. गौरव गुप्ता ने बताया कि अगर आप किडनी स्टोन से बचना चाहते हैं तो सबसे पहले अपनी लाइफस्टाइल में स्ट्रेस को कम करें. इसके लिए रोज़ एक्सरसाइज , मेडिटेशन, ब्रीदिंग एक्सरसाइज जैसी आदतें अपनाएं. पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं, ताकि पेशाब के जरिए शरीर से टॉक्सिक एलिमेंट्स बाहर निकल सकें. बैलेंस्ड और हेल्दी डाइट लें, जिसमें नमक और ऑक्सेलेट की मात्रा सीमित हो.
स्ट्रेस डायरेक्ट कारण न हो, लेकिन यह शरीर में ऐसे बदलाव लाता है जो किडनी स्टोन को बढ़ावा देते हैं. इसलिए मानसिक सेहत का ख्याल रखना भी उतना ही जरूरी है जितना कि शारीरिक सेहत का. अगर आप लंबे समय से तनाव में हैं और आपके किडनी की हेल्थ भी सही नहीं चल रही है, तो डॉक्टर से सलाह लें.