Assam Flood Situation, (News), गुवाहाटी: असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार लगातार जारी है। राज्य के 12 जिलों में अब बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या कम होकर लगभग 3.37 लाख रह गई है। एक आधिकारिक बुलेटिन में कहा गया है कि इस साल बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की कुल संख्या शनिवार तक 23 थी। इनमें छह लोग भूस्खलन में मारे गए हैं।
कुछ नदियों का जलस्तर घट रहा, कुछ उफान पर
अधिकारियों ने बताया कि ब्रह्मपुत्र सहित प्रमुख नदियों का जलस्तर घट रहा है। हालांकि इनमें से कुछ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। ब्रह्मपुत्र में जलस्तर घटने के बाद पिछले सप्ताह से निलंबित नौका सेवाएं दिन के दौरान ब्रह्मपुत्र पर आंशिक रूप से बहाल हो जाएंगी। ब्रह्मपुत्र शनिवार शाम तक धुबरी, कोपिली में धर्मतुल, बराक में बीपी घाट और कुशियारा में श्रीभूमि में खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी।
श्रीभूमि जिला सबसे ज्यादा प्रभावित
बाढ़ से 41 सर्किलों और 12 जिलों के 999 गांवों में कुल 3,37,358 लोग प्रभावित हुए हैं, जिसमें श्रीभूमि सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां 1.93 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ की चपेट में हैं। हैलाकांडी में 73,724 लोग प्रभावित हुए हैं और कछार में 56,398 लोग अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं। 36,000 से ज्यादा विस्थापित लोग 133 राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं, जबकि 68 राहत वितरण केंद्र भी चालू हैं।
12,659 हेक्टेयर की फसलें जलमग्न हैं। दो जिले अभी भी ‘शहरी बाढ़’ की चपेट में हैं, जिससे 284 लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य भी बाढ़ से प्रभावित हैं। इस बीच, अंतर्देशीय जल परिवहन (आईडब्ल्यूटी) विभाग की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र पर नौका सेवाएं रविवार को आंशिक रूप से फिर से शुरू होंगी।
गुवाहाटी मध्यम खंडा फेरी सेवा अस्थायी रूप से गुवाहाटी राजाद्वार फेरी घाट से तब तक संचालित होगी जब तक कि उत्तरी तट की ओर पहुंच मार्ग बहाल नहीं हो जाता और नौका यात्रियों के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता। आईडब्ल्यूटी की विज्ञप्ति में कहा गया है कि गुवाहाटी क्षेत्र में लकड़ी की नावों का संचालन प्रतिबंधित रहेगा और उनकी सेवाओं को फिर से शुरू करने के बारे में निर्णय नदी की स्थिति की समीक्षा के बाद लिया जाएगा।
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