IMD मौसम अद्यतन: उत्तर प्रदेश में इस समय गर्मी ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर रखा है. सूरज की तपिश ने जैसे आसमान से आग बरसाने का काम किया है. हालांकि मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार अब राहत मिलने की संभावना बन रही है. 12 जून से लेकर 17 जून तक राज्य में आंधी-तूफान और बारिश के आसार हैं, जो इस झुलसाती गर्मी से कुछ राहत दे सकते हैं.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार 12 से 17 जून के बीच उत्तर भारत के कई राज्यों में मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है. इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश, तेज हवाएं (40-45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से) और गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 11 और 12 जून को कुछ स्थानों पर गरज-चमक और बौछारें पड़ सकती हैं. साथ ही लू और गर्म रातें भी रहने की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग का कहना है कि 13 और 14 जून को भी आंधी-पानी और तेज हवाएं चल सकती हैं.
पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी 11 से 14 जून के बीच हल्की बारिश और गरज-चमक के आसार हैं. झोंकेदार हवाओं की गति 30 से 50 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है. इससे लोगों को भीषण गर्मी से कुछ राहत जरूर मिलेगी.
मंगलवार को झांसी में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.4°C अधिक था. वहीं राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री मेरठ में दर्ज किया गया. राज्य के कई मंडलों में दिन और रात के तापमान सामान्य से अधिक रहे.
लखनऊ और आसपास के इलाकों में 12 जून को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 31 डिग्री रहने की संभावना है. आसमान साफ रहने की बात कही गई है. लेकिन इसके बाद मौसम में बदलाव हो सकता है.
राज्य के अधिकांश मंडलों जैसे प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद आदि में दिन और रात दोनों समय का तापमान सामान्य से 3-5 डिग्री ज्यादा दर्ज किया गया है. कुछ क्षेत्रों में गर्म रातों की स्थिति और लू ने परेशान किया.
13 और 14 जून को 40-50 किमी/घंटा तक की तेज हवाएं चलने का अनुमान है. इसके साथ मेघगर्जन, वज्रपात और बौछारें भी हो सकती हैं. इससे फसलों को फायदा और बिजली की आपूर्ति पर असर पड़ सकता है. ऐसे में सावधानी बरतने की आवश्यकता है.
स्वास्थ्य और मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि लू और गर्म हवाओं से बचने के लिए लोगों को धूप में निकलने से बचना, सिर ढककर चलना, और पर्याप्त पानी पीना जरूरी है. बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को खास सावधानी बरतनी चाहिए.
आगामी बारिश और हवाओं का मौसम खासकर किसानों के लिए फायदेमंद हो सकता है. खेतों में नमी आने से फसल की बुआई की तैयारी में मदद मिलेगी. साथ ही, पेयजल संकट से जूझ रहे इलाकों में भी राहत मिल सकती है.