– पहली बार अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी होंगे अल्टीमेट खो-खो का हिस्सा
गुरुग्राम, 13 जून (Udaipur Kiran) । खो-खो के वैश्वीकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया (केकेएफआई) ने घोषणा की है कि आगामी तीसरे सीजन की अल्टीमेट खो खो (यूकेके) खिलाड़ियों की नीलामी में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी भी भाग ले सकेंगे। यह घोषणा शुक्रवार को श्री गुरु गोबिंद सिंह टरसेन्टेनरी (एसजीटी) विश्वविद्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केकेएफआई अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने की। उन्होंने यह भी बताया कि अल्टीमेट खो-खो सीजन 3 की शुरुआत 29 नवंबर 2025 से की जाएगी, जो भारत की पेशेवर खो-खो लीग के लिए एक नया अध्याय होगा।
इस अवसर पर हरियाणा सरकार के राज्य मंत्री (युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता, खेल, कानून एवं विधायी कार्य) गौरव गौतम भी उपस्थित रहे। उन्होंने केकेएफआई द्वारा खो-खो को वैश्विक मंच पर ले जाने के प्रयासों की सराहना की और कहा कि यह हरियाणा में खेल विकास को भी गति देगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अन्य प्रमुख अतिथियों में एसजीटी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. हेमंत वर्मा, एसजीटी विश्वविद्यालय की गवर्निंग बॉडी के सदस्य अमृत सिंह चावला और हरियाणा खो-खो फेडरेशन के अध्यक्ष जवाहर सिंह यादव शामिल रहे। यादव ने वादा किया कि हरियाणा में खो-खो को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया जाएगा और खिलाड़ियों को अधिक सुविधाएं व रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
इस दौरान यह भी घोषणा की गई कि खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया और एसजीटी विश्वविद्यालय के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसका उद्देश्य पारंपरिक खेलों, विशेषकर खो-खो, के लिए शैक्षणिक और वैज्ञानिक संसाधनों का विकास करना है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुधांशु मित्तल ने कहा, “खो-खो आज भारत की खेल नवाचार और महत्वाकांक्षा का प्रतीक बन चुका है। अल्टीमेट खो खो सीजन 3 की शुरुआत 29 नवंबर 2025 से हो रही है, और हम गर्व के साथ यह घोषणा कर रहे हैं कि इस बार पहली बार अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी इसमें भाग लेंगे। यह कदम न केवल लीग की प्रतिस्पर्धा को नई ऊंचाई देगा बल्कि भारत को खो-खो का वैश्विक केंद्र बनाने की हमारी दृष्टि को भी दर्शाता है।”
अल्टीमेट खो खो लीग के तीसरे सीजन में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की भागीदारी लीग के स्तर और इसकी वैश्विक पहचान को नई दिशा देगी। गति, रणनीति और कौशल के अनूठे मिश्रण के साथ यह लीग 2022 में शुरू होने के बाद तेजी से लोकप्रिय हुई है। यह भारत में क्रिकेट के अलावा तीसरी सबसे अधिक देखी जाने वाली खेल लीग बन चुकी है- प्रो कबड्डी लीग और इंडियन सुपर लीग के बाद। पहले सीजन को 64 मिलियन दर्शकों ने देखा था, जिनमें से 41 मिलियन भारत से थे। ओडिशा जगर्नॉट्स ने पहला खिताब जीता था, जबकि गुजरात जायंट्स ने 2023–24 सीजन में जीत दर्ज की।
इस कार्यक्रम के दौरान एडवांस्ड लेवल III A प्रशिक्षण कार्यक्रम पर भी प्रकाश डाला गया, जो कोचों और तकनीकी अधिकारियों के लिए एक दो-सप्ताह का गहन प्रशिक्षण शिविर है। यह कार्यक्रम केकेएफआई और आईकेकेएफ द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है और इसका उद्देश्य खेल के तकनीकी और वैज्ञानिक ढांचे को मजबूत करना है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 230 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए हैं, जिनमें श्रीलंका, ईरान, ऑस्ट्रेलिया, कोरिया, इंग्लैंड, मलेशिया, नेपाल आदि देशों के 20+ अंतरराष्ट्रीय कोच और तकनीकी अधिकारी शामिल हैं। खास बात यह रही कि इस बार प्रशिक्षण कार्यक्रम हाइब्रिड फॉर्मेट में आयोजित किया गया, जिससे ब्राज़ील और पेरू जैसे देशों की ऑनलाइन भागीदारी भी संभव हो पाई।
यह कार्यक्रम दो भागों में आयोजित किया गया है- पहला कोचों के लिए प्रशिक्षण: 2 से 11 जून तक और दूसरा तकनीकी अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण: 12 से 15 जून तक।
तकनीकी अधिकारियों के प्रशिक्षण में 30 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से 100+ भारतीय अधिकारी और ऑस्ट्रेलिया, नेपाल, मलेशिया, श्रीलंका आदि से 15 अंतरराष्ट्रीय अधिकारी शामिल हुए हैं।
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(Udaipur Kiran) / प्रभात मिश्रा