बोर्ड परीक्षा परिणाम आशानुरूप नहीं , शिक्षकों पर तय होगी जिम्मेदारी : कलेक्टर
Udaipur Kiran Hindi June 14, 2025 03:42 AM

धमतरी, 13 जून (Udaipur Kiran) । बोर्ड कक्षाओं में जिले के 13 स्कूलों में 50 प्रतिशत से भी कम परिणाम आया है। रिजल्ट सोचनीय है। ऐसे में कलेक्टर ने प्राचार्याें की बैठक लेकर कहा कि, परीक्षा परिणाम में सुधार जरूरी है, इसके लिए शिक्षकों की जिम्मेदारी तय हो।

डा शोभाराम देवांगन हायर सेकेंडरी स्कूल में 13 जून को कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने प्राचार्याें की बैठक लेकर संबोधित करते हुए यह बातें कहीं। उन्होंने आगे कहा कि बोर्ड परीक्षा परिणाम आशानुरूप नहीं आने पर अब शिक्षकों और प्राचार्यों पर जिम्मेदारी तय होगी। जिन स्कूलों के परिणाम कम आये हैं, उन स्कूलों के प्राचार्य इसके कारणों पर विचार करें और उनमें सुधार करें। शिक्षा विभाग के अधिकारियों और प्राचार्यों की समीक्षा बैठक ली। आयोजित इस बैठक में कलेक्टर ने कहा कि धमतरी जिले में अच्छे शिक्षक, बच्चे और जागरूक पालकगण हैं, जो बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान रखते है। उसके बाद भी जिले के 13 ऐसे स्कूल है, जिनमें 50 प्रतिशत से भी कम परिणाम आये है, जो सोचनीय है।

तिमाही व छमाही परीक्षा लेकर तैयारी कराएं

कलेक्टर श्री मिश्रा ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं के परिणामों में सुधार की आवश्यकता है, जो इस वर्ष आप सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों के परिणाम सुधारने के लिए मासिक, तिमाही और छमाही परीक्षा आयोजित कर अच्छी तैयारी करायें। आने वाले दिनों में इसी पर समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि आप सभी कक्षा के कमजोर बच्चों को अलग क्लास लेकर उनके स्तर में सुधार करें और मेधावी विद्यार्थियों को मेरिट में आने के अनुरूप तैयारी कराएं। उन्होंने सभी प्राचार्यों से कहा कि स्वप्रेरणा और इच्छाशक्ति से कार्य करें तो स्कूल का परिणाम अच्छा लाया जा सकता है। कलेक्टर ने कहा कि अन्य जिलों की अपेक्षा धमतरी जिले में ज्यादा बेहतर सुविधायें उपलब्ध है। इसका समुचित उपयोग करते हुए बच्चों की पढ़ाई पर फोकस करें। उन्होंने 16 जून को जिले के सभी स्कूलों में शाला प्रवेशोत्सव की सभी तैयारियां पूरी करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने इस दिन बच्चों को पाठ्यपुस्तक, गणवेश और बालिकाओं को सायकल वितरित करने को भी कहा है। कलेक्टर मिश्रा ने प्राचार्यों से कहा कि पीएमश्री स्कूलों की तर्ज पर अब हायर सेकेंडरी स्कूलों में भी एक प्रतिस्पर्धा आयोजित की जायेगीं। इसमें सफाई, प्लांटेशन, कबाड़ से जुगाड़, शौचालयों की स्थिति, क्लास रूम की स्थिति पर मूल्यांकन किया जाएगा। इनमें प्रथम स्थान के स्कूल को पांच लाख, द्वितीय को तीन लाख और तृतीय को 2 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। इसके साथ ही अन्य 10 बेहतर शालाओं को भी एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। उन्होंने जिले में शिक्षकों व संस्थाओं द्वारा किये जा रहे अच्छे कार्यों की सराहना भी की। बैठक में सीईओ जिला पंचायत रोमा श्रीवास्तव ने कहा कि परीक्षा परिणामों को बेहतर बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करना जरूरी है। बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने के लिए कुछ रोचक एक्टिविटीज का भी सहारा लिया जाना चाहिए। सीईओ ने कहा कि स्कूलों मे बिजली, पानी, शौचालय, भवन मरम्मत आदि के कार्यों को बारिश के पूर्व लें, ताकि किसी प्रकार की परेशानी न हो। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी टीआर जगदल्ले ने शाला प्रवेशोत्सव संबंधी जानकारी व आगामी दिनों में परीक्षा परिणामों को बेहतर करने के संबंध में तैयार कार्ययोजना की विस्तृत जानकारी दी।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

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